लुधियाना (TES): पंजाब के लुधियाना जिले में फैक्टरी में दिहाड़ी पर काम करने वाले 2 युवकों ने पैसा कमाने के लिए शॉ़टकर्ट का सहारा लिया। उन्होंने इसके चलते एक लुटेरा गैंग तैयार कर लिया। ऐसे में कुछ ही महीनों में दोनों ने करीब 1.50 दर्जन वारदातों को अंजाम दिया। जानकारी के अनुसार, आरोपियों ने सारी वारदातें दोपहिया वाहनों पर जाली नंबर प्लेट लगाकर की। पकड़े जाने पर दोनों आरोपियों से पुलिस ने जूपिटर स्कूटरी, बाइक और 13 मोबाइल बरामद किए।
बात आरोपियों की करें तो उनमें एक जस्सियां रोड पर रहने वाला राजू सिंह है। दूसरा सलेम टाबरी का परमिंदर कुमार है। इस मामले को थाना पी.ए.यू में दर्ज करवाया गया है। दोनों आरोपियों को अदालत में पेश करने के बाद एक दिन के लिए पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है। इलाके के एस.एच.ओ. रजिंदरपाल सिंह का कहना है कि पुलिस ने उस एरिया में नाकाबंदी की हुई थी। उसी दौरान उन्हें इन आरोपियों की जानकारी मिली कि 2 युवक जाली नंबर लगे वाहन पर घूमते लूटपाट करते हैं।
उस समय भी दोनों आरोपी लूटे हुए मोबाइल फोन को सस्ते में बेचने के लिए शहर जा रहे थे। मगर वे पुलिस की पकड़ में आ गए। पुलिस ने मौके पर उनसे चोरी का मोबाइल और स्कूटी बरामद की। आरोपियों से पूछताछ करने पर पता चला कि वे दोनों एक फैक्टरी में दिहाड़ीदार है।
पैसे कम होने के कारण उनका गुजारा सही से नहीं हो पाता है। इसके कारण दोनों नशा भी करने लगे थे। फिर एक दिन दोनों ने मिलकर एक गैंग बनाकर शहर में लूटपाट करने का फैसला किया। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों आरोपी ज्यादातर रात के समय वारदातों को अंजाम देते थे। वे रात के समय अंधेरे में प्रवासी मजदूरों को निशाना बनाते थे। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है कि वे लूटे हुए मोबाइल कहां और किसे बेचने को जा रहे थे।