नई दिल्ली (TES): आजकल बहुत से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के ग्राहकों द्वारा पैसे काटने के मैसेज आने की शिकायत आ रही है। बता दें, बीते कई दिनों से जिन लोगों के अकाउंट SBI बैंक में हैं उन्हें करीब 147.50 रुपए कटने के मैसेज आ रहे हैं। वहीं इस मैसेज को पढ़कर बहुत से लोग परेशान हो रहे हैं। ऐसे में अगर आप भी इस बैंक के ग्राहक है और पैसे कटने से परेशान हैं तो आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं…
दरअसल, इस पर बैंक वालों का कहना है कि ये पैसे काटने के पीछे का मतलब एसबीआई की ओर से डेबिट करना है। बता दें, बैंक एटीएम यानी डेबिट कार्ड का मेंटनेंस चार्ज ले रही है। ये चार्ज हर साल बैंक की ओर से बैंक के खातों से काटा जाता है। इस बात की जानकारी देते हुए एसबीआई बैंक वालों ने ट्वीट भी किया है।
बैंक ने ट्वीट करके कही ये बात
ग्राहकों के सवालों का ट्वीट के जरिए जवाब देते हुए उन्होंने कहा है कि बैंक हर साल चार्ज के तौर पर 147.50 रुपए काटता है। वहीं बैंक द्वारा जारी किए सभी डेबिट कार्ड के लिए ग्राहकों को 125 रुपए का वार्षिक रखरखाव शुल्क और 18% जीएसटी लगने से कुल 147.50 रुपए का भुगतान करना पड़ता है।
डेबिट कार्ड बदलने पर देना पड़ेगा चार्ज
वहीं अगर कोई ग्राहक अपना डेबिट कार्ड बदलने की सोच रहा है कि उसे बैंक को 300 रुपए के साथ जीएसटी चार्ज भरना होगा। बता दें, डेबिट कार्ड की वार्षिक लागत आईसीआईसीआई, एचडीएफसी और अन्य बैंकों समेत अधिकांश बैंकों के लिए समान ही मानी गई है।
बैलेंस ना होने पर भी लगेगा चार्ज
जानकारी के लिेए बता दें, कि SBI के ग्राहक के पास पर्याप्त बैलेंस न होने व एटीएम ट्रांजैक्शन फेल होने पर 20 रुपए की पेनाल्टी देनी पड़ती है। इसके अलावा GST भी भरना होगा। वहीं एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, यस बैंक और ICICI बैंक कम अकाउंट बैलेंस पर ट्रांजेक्शन फेल होने पर फाइन लगा रहे हैं। बैंक का कहना है कि बैलेंस न होने पर आपको हर असफल ट्रांजैक्शन पर 20 रुपए फाइन के साथ जीएसटी देना अनिवार्य होगा।
ऐसे जान सकते हैं बैंक में बैलेंस
वहीं आपके अकाउंट में कितने रुपए है इसे जानने के लिए एसबीआई ने ग्राहकों को मिस्ड कॉल और एसएमएस के माध्यम से बचत खाते में शेष राशि पता करने की सुविधा दी हुई है। ऐसे में आप पेनाल्टी भरने से बचने व एटीएम से पैसे निकालने से पहले ही अपने अकाउंट में बैलेंस चेक कर सकते हैं।