

हिमाचल प्रदेश (Exclusive): हिमाचल प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों में बारिश ने तबाही मचा रखी है। वहीं, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार के लिए हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का यैलो अलर्ट जारी कर दिया है। मौसम कार्यालय ने कहा है कि राज्य भर के कुछ जिलों के कुछ हिस्सों में भारी वर्षा होने की संभावना है।
IMD के अनुसार, सोलन, शिमला, सिरमौर, मंडी, कुल्लू, ऊना, बिलासपुर और कांगड़ा जिलों के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है, जिसके लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी और लगातार बारिश ने हिमाचल प्रदेश के साथ पंजाब की भी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बारिश से प्रभावित हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन के कारण मंडी जाने वाली सड़क अवरुद्ध होने के बाद गुरुवार को कुल्लू जिले में कई इमारतें ढह गईं और सैकड़ों यात्री राहत शिविरों में फंस गए।
शिमला के समर हिल इलाके में 14 अगस्त को हुए भूस्खलन में एक शिव मंदिर दब गया था, जिसके मलबे से गुरुवार को तीन और शव बरामद किए गए। इस महीने राज्य में भूस्खलन और अन्य बारिश से संबंधित घटनाओं में लगभग 120 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें से 14 अगस्त के बाद से लगभग 80 लोग मारे गए हैं। 24 जून को मानसून शुरू होने के बाद से हिमाचल प्रदेश में कुल मिलाकर 242 लोगों की मौत हो गई है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मुताबिक, राज्य को अब तक 12 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। IMD ने कहा कि हिमाचल के अलावा, 25 अगस्त को उत्तराखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में हल्की या मध्यम बारिश की संभावना है। इसके अलावा, 26 अगस्त तक पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार और ओडिशा में और 25 अगस्त को झारखंड में भी वर्षा की संभावना है। 24 से 26 अगस्त के दौरान असम और मेघालय में और 24 को अरुणाचल प्रदेश में बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
बादल फटने से फंसे 300 लोग
मंडी जिले के हणोगी माता मंदिर के पास ग्राम पंचायत खोलानाल में बादल फटने की घटना हुई, जिसमें 300 लोग फंसे हुए हैं। वहीं, घटना स्थल से करीब 8 कि.मी. दूर शेहनू गौनी गांव में बादल फटने से 16 पुरुष, 20 महिलाएं और 15 बच्चे फंसे हुए थे, जिन्हें NDRF ने निकाला।