

चंडीगढ़ (Exclusive): कोरोना वायरस को हराने के लिए वैक्सीनेशन का काम तेजी से जारी है लेकिन अभी भी ग्रामीण इलाकों में इसके प्रति जागरुकता और की बेहद कमी है। इसी का नतीजा है कि कोरोना वायरस ग्रामीण क्षेत्र में तेजी से अपने पांव पसार रहा है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि लोगों के मन में इस तरह के कई सवाल सामने आ रहे हैं कि क्या करो ना वायरस से बचाव के लिए लगाए जा रहे टीके के बाद उन्हें दोबारा कोरोना होगा या नहीं?
कई लोग वैक्सीन लगवाने से डर भी रहे हैं। ऐसे में अगर तथ्य और रिपोर्ट्स को देखने दो कोई भी वैक्सीन बनाने वाली कंपनी दावा नहीं करती है कि उनकी दोनों डोज के बाद आपको कोरोना नहीं होगा। यानी कि कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद भी आप इस संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं।
अब आप सोच रहे होंगे अगर हम दोबारा करो ना के चपेट में आ सकते हैं तो इस वैक्सीनेशन का क्या फायदा? इसका जवाब भी तथ्य में साफ किया गया है। रिपोर्टों की माने तो करो ना वायरस की पहली रोज लेने के बाद ही मनुष्य की इम्युनिटी बेहद स्ट्रांग हो जाती है इसी के साथ साथ दूसरी डोज लगाकर कोर्स पूरा करने वालों में कोरोनावायरस पताल जाने की नौबत 90 से अधिक प्रतिशत तक कम हो जाती है। इसीलिए वैज्ञानिक बार-बार वैक्सीनेशन पर जोर दे रहे हैं।
यानी कि अगर आपने करो ना कि 2 डेज का कोर्स पूरा कर लिया है तो उसके बाद भी अगर आप संक्रमण की चपेट में आते हैं तो अस्पताल जाने के चांस 90 से 10% तक कम है।