कोलेस्ट्रॉल क्या है (Exclusive): आजकल लोगों में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की समस्या आम देखने को मिल रही है, जोकि दिल की बीमारियों को न्यौता देता है। कोलेस्ट्रॉल हार्मोंस के निर्माण, शरीर में कोशिकाओं को स्वस्थ और ठीक रखने का काम करता है लेकिन इसकी ज्यादा मात्रा नुकसान पहुंचा सकती है। आज हम आपको बताएंगे कि कोलेस्ट्रॉल किन कारणों से बढ़ता है, इससे क्या-क्या नुकसान होते हैं और इसे कंट्रोल कैसे किया जाए…
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के नुकसान
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से खून गाढ़ा हो जाता है, जिसके काऱण आर्टरी ब्लॉकेज, हार्ट अटैक, स्टोक और दिल की कई बीमारियों का खतरा चार गुना बढ़ जाता है। शरीर में दो तरह के कोलेस्ट्रॉल होते हैं, गुड और बैड, जोकि खून में मौजूद एक तरह का फैट होता है। शरीर में नार्मल कोलेस्ट्रॉल की मात्रा (200 से 239 mg/dL या इससे कम) होनी चाहिए।
शरीर में किन कारणों से बढ़ता है बैड कोलेस्ट्रॉल…
– सैच्युरेटेड फैट का अधिक सेवन करने से खून में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
– ट्रांसफैट तेल में तले उत्पाद, मीट, डेयरी उत्पाद, मक्खन, तली-भुनी चीजें, प्रोसेस्ड और बेकरी फूड का सेवन बैड कॉलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकता है।
-फिजिकल एक्टिविटी ना के बराबर करने वाले व्यक्ति में भी हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या अधिक देखने को मिलती है।
– धूम्रपान से रक्त धमनियां कठोर होने लगती है और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। इससे खून में गुड कोलेस्ट्रॉल का लेवल घटने लगता है।
– पीसीओएस, डायबिटीज, किडनी डिजीज, हाइपोथायरायडिज्म, एचआईवी और ऑटोइम्यून बीमारियों के शिकार लोगों में भी हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या अधिक देखने को मिलती है।
इसे कंट्रोल करने के लिए लाइफस्टाइल में करें कुछ जरूरी बदलाव…
– सैच्युरेटेड फैट से भरपूर चीजें जैसे मीट, अंडा, प्रोसेस्ड फूड, तली भुनी चीजें का सेवन कम से कम करें।
-फुल फैट दूध की जगह लो-फैट या स्किम्ड मिल्क लें।
-खाना पकाने के लिए वेजिटेबल ऑइल का इस्तेमाल करें।
-फाइबर भरपूर आहार खाएं। हाई शुगर ड्रिंक्स का सेवन ना करें।
-खुद को एक्टिव रखें और हफ्ते में कम से कम 3 दिन एक्सरसाइज जरूर करें।
-वजन को कंट्रोल में रखें क्योंकि मोटापे से भी बैड कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ने लगता है।
दिल को स्वस्थ रखना है तो कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखना बहुत जरूरी है।