देश (TES): भारत ने राजस्थान के अजमेर में बने सूफी संत मोइनुद्दीन चिश्ती की मजार पर श्रद्धालुओं का आना-जाना रहता है। वहीं यहां पर पड़ोसी मुल्क के लोग भी खासतौर पर आते हैं। ऐसे में देश के एक अधिकारी ने इससे जुड़ी खास जानकारी दी है।
बताया जा रहा है कि अजमेर में सूफी संत मोइनुद्दीन चिश्ती की मजार पर आने के लिए करीब 249 पाकिस्तानी तीर्थयात्रियों को वीजा जारी करने के बारे में कहा गया है।
धार्मिक मामलों और अंतर धार्मिक सद्भाव मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने सरकार द्वारा संचालित ‘रेडियो पाकिस्तान’ ने कहा कि उन्होंने करीब 488 तीर्थयात्रियों को वीजा देने के लिए आवेदन किया था। मगर इनमें सिर्फ 249 तीर्थयात्रियों को वीजा मिल पाया है।
आगे बात करते प्रवक्ता ने बताया कि अजमेर जाने वाले सभी तीर्थयात्रियों को लाहौर पहुंचने को कह दिया गया है। ऐसे में वे अब 24 जनवरी, दिन मंगलवार को भारत आएंगे। बता दें, पाकिस्तानी तीर्थयात्रियों के भारत रहने व उनकी देखभाल के लिए करीब 6 अधिकारियों क नियुक्त किया है।
मगर उनमें से केवल एक ही तीर्थयात्रियों के साथ जा सकता है। बता दें, सितंबर 1974 में भारत और पाकिस्तान के हस्ताक्षरित धार्मिक स्थलों में आने के प्रोटोकॉल के तहत दोनों देश तीर्थयात्रियों को अपने-अपने देशों ने यात्रा करने की अनुमति दी हैं।
मगर फिर भी दोनों पक्ष नियमित रूप से किसी न किसी आधार पर तीर्थयात्रियों के वीजा को स्वीकार करने से मना कर देते हैं।