

शादी के बाद हर नवविवाहित जोड़ा अपने जीवन में एक नई शुरुआत करता है। ये पल बेहद खास होते हैं और इन पलों को और भी खास बनाने के लिए परिवार का हर सदस्य खुशी-खुशी तैयारी करता है, ताकि कोई कमी न रह जाए। वहीं शादी की तैयारियों के साथ-साथ नवविवाहित जोड़े के कमरे का भी खास ख्याल रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार, कमरे को सजाते समय दिशा और रंग के साथ-साथ अन्य बातों का भी ध्यान रखना चाहिए। आज हम आपको बता रहे हैं कि नवविवाहित जोड़े के कमरे की साज-सज्जा वास्तु के अनुसार कैसे करनी चाहिए।
दिशा का ध्यान रखें
वास्तु के अनुसार नवविवाहित जोड़े का कमरा दक्षिण-पश्चिम या उत्तर-पश्चिम दिशा में होना चाहिए। इस बात का खास ध्यान रखें कि पैर कमरे के दरवाजे की ओर न हों। यदि यह संभव न हो तो सिर पूर्व दिशा की ओर कर लें।
रंगों का चयन
वास्तु के अनुसार कमरे में ग्रे, भूरा, काला या क्रीम रंग का प्रयोग बिल्कुल भी न करें बल्कि लाल, गुलाबी, पीला, नीला या नारंगी रंग का प्रयोग करें।
अच्छी तस्वीरें चुनें
कमरे में ऐसी तस्वीरें लगानी चाहिए, जिनमें खुशी झलकती हो। नवविवाहित जोड़े की तस्वीर को फोटो फ्रेम में लगाना बहुत अच्छा रहता है। ध्यान रखें कि कमरे में कभी भी भगवान या जंगली जानवरों की तस्वीरें न लगाएं।
कमरे में लाइट लगाते समय ध्यान दें
वास्तु के अनुसार, कमरे में लाइट इस तरह लगानी चाहिए कि रोशनी की किरण बिस्तर के ऊपर न आए।
बेडरूम से तुरंत बाहर निकालें ये चीजें
-बेडरूम में भूलकर भी धर्म ग्रंथ, आक्रामक जानवरों, पूर्वजों और क्रोधित मुद्रा में देवी-देवताओं की मूर्तियों के चित्र नहीं लगाने चाहिए।
– कपल बेडरूम में पूजा घर या पूजा स्थल नहीं बनाना चाहिए।
-अगर बेडरूम में शीशा रखा हो तो ध्यान रखें कि वह बिस्तर के सामने न हो।
– बिस्तर के सिरहाने वाली दीवार पर घड़ी या फोटो फ्रेम न लगाएं।