

जम्मू-कश्मीर (TES): भारत देश के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। बताया जा रहा है कि देश के करीब 11 राज्यों में गोल्ड, लिथियम समेत अन्य खनिजों का भंडार मिलने है। बता दें, इसके लिए पहले भारत अन्य देशों पर निर्भर करता था। ऐसे में हम कह सकते हैं कि देश के हाथ अरबों का खजाना लगा है। वहीं जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (GSI) ने करीब 51 ब्लॉकों को राज्य सरकारों और कोयला मंत्रालय को इसकी रिपोर्ट्स दे दी है।
बता दें, ये जम्मू-कश्मीर के रियासी से मिलने वाले लिथियम के भंडार की देश की पहली साइट है। इसकी पहचान जीएसआई द्वारा हुई है, जो देश के लिए गर्व की बात है।
2015 से अबतक राज्य सरकारों को इतने भूगर्भीय दस्तावेज सौंपे गए
माइंस मंत्रालय के सचिव और CGPB चेयरमैन विवेक भारद्वाज ने कहा कि 2015 से अब तक मंत्रालय ने राज्य सरकारों को केवल 287 भूगर्भीय दस्तावेज सौंपे हैं। उनका कहना है कि जीएसआई आगे इसकी गति को बढ़ावा देगी। यहां आपको बता दें कि 9 फरवरी 2023 को GSI ने लिथियम और गोल्ड के साथ 7,897 मिलियन टन के संसाधन वाले कोयला और लिग्नाइट की करीब 17 रिपोर्ट्स कोयला मंत्रालय में पहुंचा दी है।
देश में पहली बात हुआ ऐसा
बता दें, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने पहली बार जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले के सलाल-हैमाना क्षेत्र में करीब 5.9 मिलियन टन के लिथियम अनुमानित संसाधन स्थापित करने का काम किया है। इसका इस्तेमाल मोबाइल फोन, लैपटॉप, डिजिटल कैमरा, इलेक्ट्रिक वाहनों जैसी चीजों के लिए रिचार्बेल बैट्री में होता है। साथ ही इसे खिलौनों और घड़ियों के लिए उपयोग में लाया जाता है। बता दें, अभी तक भारत इस लिथियम के लिए अन्य देशों पर निर्भर था।
आत्मनिर्भर भारत के लिए खनिजों का पता लगाना बेहद जरूरी
माइंस सेक्रेटरी विवेक भारद्वाज का कहना है कि भारत देश में पहली बार जम्मू-कश्मीर के रियासी में लिथियम का इतना बड़ा भंडार खोजा गया। आगे बात करते हुए उन्होंने कहा कि मोबाइल फोन से लेकर सोलर पैनल तक महत्वपूर्ण खनिजों की हर जगह जरूरत पड़ती है। वहीं देश को आत्मनिर्भर बनने के लिए इस खनिजों का पता लगाना बेहद जरूरी था। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि देश से सोने का आयात कम करने पर भारत आत्मनिर्भर हो सकता है।
51 खनिज ब्लॉकों की रिपोर्ट सौंपी
मिली जानकारी के अनुसार, 62वीं केंद्रीय भूवैज्ञानिक प्रोग्रामिंग बोर्ड (CGPB) की बैठक में लिथियम और गोल्ड समेत 51 खनिज ब्लॉकों पर एक रिपोर्ट तैयार की गई। इस रिपोर्ट को राज्य सरकारों को सौंपी दिया गया है। वहीं साल 2023-2024 में GSI ने 12 समुद्री खनिज जांच परियोजनाओं के साथ करीब 318 खनिज एक्सप्लोरेशन प्रोजेक्ट पर 966 प्रोग्राम चलाए हैं। खनन मंत्रालय अनुसार, इस सर्वे से संबंधित 35 दस्तावेज राज्यों को सौंपे गए है। इनमें से अब तक 7,897 मिलियन टन के कुल संसाधन वाले कोयला व लिग्नाइट की रिपोरट्स कोयला मंत्रालय पहुंचाई गई है।
इन 11 राज्यों से मिले खनिज संसाधन
खनन मंत्रालय ने इन 51 खनिज ब्लॉकों में करीब 5 ब्लॉक सोने के बताएं है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि ये पोटाश, मोलिब्डेनम, बेस मेटल से भी संबंधित है। बता दें, ये मेटल्स जम्मू-कश्मीर (यूटी), आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना आदि 11 अलग-अलग जिलों से बरामद हुए हैं।