

संगरूर (EXClUSIVE): पंजाब के संगरूर में शनिवार सुबह किसान नेताओं और युवाओं को नजरबंद कर दिया गया है. सुबह पुलिस किसान नेताओं के घर पहुंची।
दरअसल, भाना सिद्धू के पक्ष में किसान संगठन आज मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने जा रहे हैं। 1 फरवरी को संगरूर से सांसद सिमरजीत सिंह मान को इसी कृत्य के लिए हिरासत में लिया गया था, जिसका विपक्षी दलों ने खुलकर विरोध किया था।
बता दें कि किसान नेताओं ने भाना सिद्धू के पक्ष में खड़े होने का ऐलान किया था। आज करीब 15 किसान संगठन संगरूर में मुख्यमंत्री आवास पहुंचने वाले हैं, जिसमें युवा किसान भी बड़ी संख्या में मौजूद हैं। हालांकि पुलिस ने सुबह से ही संगरूर के किसानों और युवाओं को उनके घरों में बंद कर दिया है।
भारतीय किसान यूनियन के नेता सुरजीत सिंह फूल ने एक वीडियो जारी कर युवाओं से मुख्यमंत्री आवास के बाहर टुकड़ों में मार्च करने का आग्रह किया है। सुरजीत फूल का कहना है कि पुलिस सुबह से ही किसान नेताओं की तलाश कर रही है और उन्हें उनके घरों में नजरबंद किया जा रहा है जबकि सीएम खुद कहते हैं कि सचिवालय या चंडीगढ़ में प्रदर्शन करने से पहले उनके घर के बाहर आएं।
सांसद द्वारा स्पीकर को लिखा गया पत्र
इसके साथ ही सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने भी लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर एक फरवरी को उनके साथ हुई घटना की शिकायत की है। सांसद का कहना है कि भाना सिद्धू के पक्ष में एक फरवरी को फतेहगढ़ साहिब में शांतिपूर्ण प्रदर्शन होना था. लेकिन उससे पहले ही उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
मान ने अपने पत्र में लिखा कि उन्हें संविधान के अनुच्छेद 14, 19 और 21 का उल्लंघन करते हुए 1 फरवरी को हिरासत में लिया गया था, जो उन्हें कानून के समक्ष अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, भाषण की स्वतंत्रता और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार देता है। इस हिरासत के कारण वह एक फरवरी को संसद के बजट सत्र में भी नहीं पहुंच पाये थे। उन्होंने इस हरकत के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।