

कानपुर (Exclusive): भारत में सदियों से पौराणिक मंदिर यहां की आस्था और लोगों की भगवान में शुद्ध भावना को दिखाते हैं। आपको बता दें कि भारत में कई ऐसे प्राचीन मंदिर भी मौजूद है जहां अलग-अलग अचंभित रहस्य वैज्ञानिकों को भी हैरान कर देते हैं।
भारत में कई ऐसे मंदिर मौजूद है जहां के अचंभित रहस्य के पर्दे ऊपर उठाने में वैज्ञानिक भी नाकाम साबित हुए हैं। ऐसा ही एक मंदिर भीतरगांव ब्लॉक के बेहटा बुजुर्ग गांव में स्थित है। मंदिर पुरातत्व विभाग के संरक्षण में है।
भीतरगांव के जगन्नाथ मंदिर की बात करें तो यह है मॉनसून के बारे में पहले ही अनुमान लगा देता हैं। जी हां आपने वैज्ञानिक लिया मौसम विभाग को तो मानसून के बारे में जानकारी देते हुए देखा ही होगा लेकिन भीतरगांव के जगन्नाथ मंदिर में भी मानसून कैसा रहेगा कि बारे में जानकारी मिलती है।
मानसून आने के कुछ दिन पहले मंदिर के गुंबद में जड़े पत्थर से बूंदें टपकती हैं। ऐसे में मंदिर की मानें तो पिछले 2 दिन से छुट्टी बूंदें टपक रही हैं जिससे यह अनुमान लगाया है कि इस बार का मॉनसून बेहद कमजोर रहने वाला है।
इसमें हैरान करने वाली यह बात है कि वैज्ञानिक भी अभी तक इस तरह से को समझ नहीं पाए हैं कि बिना बारिश की बूंदे कहां से टपकती हैं। इस बारे में गहन जांच करने के बावजूद कोई ऐसा हल नहीं मिला है जिससे पता लगाया जा सके कि ये बिन बारिश की बूंदे कहां से आ रही हैं।