

लुधियाना: बारिश के कारण पंजाब में डेंगू के साथ-साथ आई फ्लू या आंखें आना (कंजक्टिवाइटिस रोग) का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। देश भर में कंजंक्टिवाइटिस के मामले चिंताजनक दर से बढ़ रहे हैं। स्कूल के बच्चे भी इसका शिकार हो रहे हैं। स्कूल संचालकों के अनुसार, जूनियर सेक्शन के बच्चों में आई फ्लू के लक्षण सबसे अधिक दिखाई दे रहे हैं। इसके चलते पेरेंट्स के लिए एडवायजरी जारी कर दी गई है।
क्या है पिंक आई इंफेक्शन?
विशेषज्ञों के मुताबिक, इस इंफेक्शन में आंखों का सफेद हिस्सा गुलाबी या लाल हो जाने के कारण इसे पिंक आई कहते हैं। ये संक्रमण एक से दूसरे व्यक्ति में फैलता है इसलिए इसमें सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही हा।।
पेरेंट्स के लिए जारी हुई एडवायजरी
स्कूल संचालकों अभिभावकों को इस इंफेक्शन के प्रति जागरूक कर रहे है। पेरेंट्स को कहा गया है कि अगर बच्चें में आई फ्लू के लक्षण दिखे तो उन्हें स्कूल न भेजे। इसके बावजूद कई बच्चे स्कूल आ रहे हैं, जिसकी वजह से बीमारी तेजी से फैल रही है।
ऐसे फैल रहा संक्रमण
– लगातार बारिश, नमी की स्थिति और जलभराव के कारण वायरस और बैक्टीरिया अधिक पनप रहे हैं, जिसकी वजह से यह बीमारी तेजी से फैल रही है।
– यह इंफेक्शन संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से भी फैलती है। ऐसे में जिन लोगोंं को एलर्जी है उन्हें स्वस्थ लोगों से दूर रहने की सलाह दी जा रही है।
– इसके अलावा रसायनों का एक्सपोजर, जैसे स्विमिंग पूल के पानी में मौजूद क्लोरीन के संपर्क में आना, लंबे समय तक कांटेक्ट लेंस का इस्तेमाल, आंखों की सफाई न रखना भी इस बीमारी के कारण है।
पिंक आई इंफेक्शन के लक्षण
-आंखों का लाल होना
-आंखों में सूजन, खुजली, जलन
-लाइट में परेशान होना
-सफेद चिपचिपा पदार्थ आंखों से निकलना
-सामान्य से ज्यादा आंसू आना
ऐसे करें बचाव
1. नियमित रूप से अपने हाथ साबुन और पानी से धोएं, खासकर अपनी आंखों को छूने से पहले।
2. अपनी आंखों, नाक और मुंह को गंदे हाथों से छूने से बचें।
3. अगर आप धूल, गंदगी या किसी संभावित जलन के संपर्क में आए हैं, तो नेत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें।
4. अपनी व्यक्तिगत वस्तुएं जैसे तौलिए, रूमाल या अन्य निजी चीजें दूसरों के साथ शेयर न करें।
5. मानसून के दौरान बाहर जाते समय आंखों को धूल, एलर्जी से बचाने के लिए चश्मा पहनें।