दिल्ली (Excluive): कोरोना वायरस के मामले भारत में दिनोंदिन कम हो रहे हैं इसका असर यह है कि भारत में पॉजिटिविटी रेट के साथ साथ एक्टिव केसों के आंकड़े भी कम आ रहे हैं।
अगर भारत में रिकवरी रेट की बात करें तो 90 से ऊपर पहुंच चुकी है। लेकिन इसी बीच इस बात को भी नहीं भूलना चाहिए कि वैज्ञानिकों की तरफ से भारत में कोरोनावायरस की तीसरी लहर की भी पुष्टि की गई है।
वैज्ञानिकों ने साफ कहा है कि भारत में कोरोना की तीसरी लहर आने में कुछ महीने ही रह गए हैं। अगर इसके प्रति भारत की तैयारी को देखें तो देश में अब तक करोड़ों लोगों को टीकाकरण हो चुका है।
इसी बीच वैज्ञानिकों की तरफ से एक बार फिर से अध्ययन में कई तरह के तथ्य सामने आए हैं। मिली जानकारी के अनुसार भारत में फैल रहे डेल्टा वेरिएंट को देखते हुए वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि भारत की तीसरी लहर अक्टूबर माह में आ जाएगी इतना ही नहीं इसका असर पूरे 1 साल तक देखने को मिल सकता है।
वहीं दूसरी ओर इनमें से कुछ वैज्ञानिकों का कहना है कि भारत में कोरोनावायरस की थर्ड वेव अगस्त में ही देखने को मिल सकती है।
ऐसे में इस अध्ययन के बाद भारत में लोगों को टीकाकरण करवाने के लिए जारी की गई मुहिम को और तेज कर दिया गया है। देश में अब बच्चों के टीकाकरण को लेकर भी फाइनल ट्रायल चल रहा है। इस बारे में सरकार की नीति यह है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीका लगवा कर कोरोना कि तीसरी लहर के खिलाफ मजबूती के साथ लड़ा जा सके।