

इस साल 29 सितंबर से पितृपक्ष की शुरुआत हो रही है, जिसका समापन 14 अक्टूबर को होगा। धार्मिक मान्यता के अनुसार पितृपक्ष में पितरों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध किया जाता है। हिन्दू धर्म में पितरों को देवताओं का स्थान दिया गया है।
ऐसे में पितृपक्ष शुरू होते ही लोगों को सपनों में पितर नजर आने लगते हैं। तो इसमें घबराने की कोई बात नहीं है। दरअसल, पितृपक्ष में ऐसे सपनों को बेहद शुभ माना जाता है। ऐसे सपने किसी अच्छी खबर की तरफ इशारा कर रहे होते हैं। यदि सपने में आपको पितृ हंसते हुए नजर आते हैं तो इसका मतलब है कि वो खुश हैं। उनकी हंसी इस बात का संकेत है कि आपके जीवन में सब ठीक होने वाला है।
यदि पितृ बाल संवारते दिखाई दे रहे हैं तो मतलब आपकी कोई बड़ी बाधा दूर हो गई है। अगर वह शांत नजर आते हैं समझ जाए कि वह आपसे संतुष्ट हैं। वहीं अगर पितृ सपने में रोते बिलखते दिखाई दे जाए तो यह घबराने की बात है।
पितृपक्ष में न करें ये काम
पितृपक्ष को अशुभ समय माना जाता है। लोगों का मानना है कि इन दिनों में कुछ भी खरीदने से अशुभ प्रभाव पड़ता है। पितृपक्ष में नई वस्तुओं को खरीदने से पितर नाराज होते हैं। इसलिए अगर सामान खरीदने को सोच रहे हैं तो उस ख्याल को छोड़ दें।