नई दिल्ली (Exclusive): श्री सिया-राम भक्तों का इंतजार जल्दी खत्म होने वाला है क्योंकि अयोध्या में श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख का ऐलान हो गया है। इसका खुलासा खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।
राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने पीएम नरेंद्र मोदी को निमंत्रण दिया, जिसमें उनसे 22 जनवरी को अयोध्या मंदिर में राम मंदिर के गर्भगृह में भगवान राम की मूर्ति रखने का अनुरोध किया गया। पीएम मोदी ने कहा कि वह अपने जीवनकाल में इस ऐतिहासिक अवसर का गवाह बनना एक बड़ा सौभाग्य मानते हैं।
पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “आज का दिन भावनाओं से भरा है। हाल ही में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी मुझसे मिलने मेरे आवास पर आए थे। उन्होंने मुझे राम मंदिर के अभिषेक के अवसर पर अयोध्या आने का निमंत्रण दिया है। मैं बहुत धन्य महसूस कर रहा हूं। यह मेरा सौभाग्य है कि मैं अपने जीवनकाल में इस ऐतिहासिक अवसर का गवाह बनूंगा।”
आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा, “पीएम मोदी ने घोषणा की है कि वह 22 जनवरी को अयोध्या आएंगे और समारोह में भाग लेंगे। ट्रस्ट की ओर से पीएम मोदी को पत्र भेजा गया था और उन्होंने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। 15 से 24 जनवरी तक ‘अनुष्ठान’ होगा और इसे श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के बीच एक बैठक के बाद अंतिम रूप दिया गया।”
गौरतलब है कि अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की नई मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान पीएम मोदी के अलावा देश के 4,000 संत, महात्मा और समाज की 2,500 प्रमुख हस्तियां मौजूद रहेंगी।
उल्लेखनीय है कि 2019 में अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने भव्य राम मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दिया था। शीर्ष अदालत के फैसले के बाद, केंद्र ने अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के संबंध में सभी निर्णय लेने के लिए श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की स्थापना की। ट्रस्ट की देखरेख में मंदिर का निर्माण कार्य निरंतर गति से चल रहा है।
रामलला की मूर्ति मंदिर के गर्भगृह में होगी। अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण राम के नाम की विशेष ईंटों से किया जा रहा है। राम मंदिर निर्माण की आधारशिला पीएम मोदी ने 5 अगस्त 2020 को रखी थी।