

नई दिल्ली (TES): देश की राजधानी दिल्ली से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि इस दिनों दिल्ली के लोग फ्लू की चपेट में आ रहे हैं। दिल्लीवासी सर्दी-खांसी से परेशान हो रहे हैं। कहा जा रहा है कि दिल्ली समेत पंजाब के कई राज्यों में फ्लू के केस तेजी से बढ़ रहे हैं।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने कहीं ये बात
इन मामलों को देखते हुए ICMR के विशेषज्ञों का कहना है कि देशभर में बीते 2-3 महीनों से लगातार खांसी और बुखार के मरीज आ रहे हैं। वहीं कई मामलों में बुखार के साथ खांसी होने का कारण ‘इन्फ्लुएंजा ए’ का उपस्वरूप ‘एच3एन2′ (Influenza H3N2) बताया है।
कफ सिरप और एंटी-एलर्जी की दवाओं की हो रही बिक्री
इसके चलते मार्केट में कफ सिरप और एंटी-एलर्जी की दवाएं तेजी से बिक्र रही है। ICMR के वैज्ञानिकों का कहना है कि बीते 2-3 महीने से व्यापक रूप से व्याप्त H3N2 अन्य उपस्वरूपों की तुलना में मरीजे अस्पताल में दाखिल होने की बड़ी वजह है। ICMR ‘वायरस रिसर्च एंड डायग्नोस्टिक लेबोरेटरीज नेटवर्क’ के जरिए श्वसन वायरस की वजह से बीमारियों पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने लोगों को इस वायरस से बचाने के लिए एक लिस्ट भी जारी की है। इसमें बताया है कि उन्हें क्या करना और क्या नहीं करना चाहिए।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने भी देश में खांसी, जुकाम, जी मिचलाने आदि के मामले बढ़ने पर एंटीबायोटिक दवाओं के अत्याधिक इस्तेमाल को लेकर लोगों को आगाह कर दिया है। इसपर IMA का कहना है कि मौसमी बुखार व्यक्ति को 5-7 दिन अपनी चपेट में रखता है। वहीं इनकी एक स्थायी समिति का कहना है कि बुखार सामान्य 3 दिन तक रह रहता है। मगर खांसी 3 सप्ताह तक रह सकता है।