

पटियाला (TES): पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के अध्यापकों ने एक बार फिर से वाइस चांसलर के कार्यलर को घेर लिया। उन्होंने उसके कार्यलय के बाहर बैठकर जमकर नारेबाजी की। साथ ही अध्यापकों ने कहा कि हमारी मांगे पूरी न होने तक ये संघर्ष चलता रहेगा।
धरने का कारण बताते हुए नेताओं ने कहा कि पिछले 2 महीने से अध्यापकों को वेतन व उनकी पैंशनों की अदायगी नहीं हुई है। वहीं इस मुद्दे पर बात करते हुए डॉ. निशान सिंह देओल और पुटा प्रधान का कहना है कि अध्यापकों के मसलों व यूनिवर्सिटी में वेतन का पक्के तौर पर हल न होने तक वे ये संघर्ष जारी रखेंगे।
उनका कहना है कि सरकार को यूनिवर्सिटी के वित्तीय संकट को हल करने का कोई उपाय जरूर करना चाहिए। वहीं पुटा प्रधान और उप प्रधान डॉ. मोहन त्यागी द्वारा इस संघर्ष को आगे बढ़ाने की बात कही गई है। बता दें, इस संघर्ष को पुटा मैंबर डॉ. राजदीप सिंह, डॉ. पुशपिंदर सिंह गिल, ड़ॉ. राजबंस सिंह, पुटा के पूर्व प्रधान डा. भुपिंदर सिंह विर्क, डॉ. चरणजीत सिंह, पी.टी.ए. कन्वीनर आदि ने मिलकर संबोधित किया।
पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला की अलग-अलग जत्थेबंदी यूनिवर्सिटी को वित्तीय संकट से बचाने के लिए कर्जा मुक्त तथा महीना बार ग्रांट 30 करोड़ करने की मांग पत्र लेकर कर्मचारी सीएम ऑफिस पहुंचे थे। वहीं सीएम मान पंजाब के अन्य काम करने में व्यस्त होने के कारण उनसे मिल नहीं सके।
ऐसे में इस जत्थेबंदियों ने सेहत मंत्री पंजाब डॉ. बलबीर सिंह को मिलकर अपना मांग-पत्र उन्हें सौंप दिया। हालांकि मांग पत्र लेते ही सेहत मंत्री यूनिवर्सिटी जत्थेबंदियों उनकी मांग पूरी होने पर भरोसा जताया है। उन्होंने कहा है कि आगामी बजट सैशन में यूनिवर्सिटी को कर्जा मुक्त तथा ग्रांट देने की पूरी कोशिश की जाएगी।
बता दें, जत्थेबंदियों के प्रतिनिधि चेतन सिंह जौड़ामाजरा फूड प्रोसैसिंग, हॉर्टीकल्चर ने मंत्री डॉ. बलबीर सिंह से मुलाकात की। उन्होंने मंत्री जी से निवेदन करते हुए यूनिवर्सिटी को इस वित्तिय संकट से बहाल करने को कहा। इस दौरान जरनैल सिंह, राजिंदर सिंह, कुलविंदर सिंह, गुरप्यार सिंहमनोज भांबरी, हरप्रीत सिंह, गुरध्यान सिंह आदि मौजूद थे।