चंडीगढ़(TES): 09 दिसंबर की रात हुए तरनतारन आर.पी.जी. अटैक के बारे में हर कोई जानता ही है। ऐसे में यह मामला अब पूरी तरह से सुलझ गया है। बता दें, डी.जी.पी. गौरव यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस केस को हल करने की जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि तरनतारन आर.पी.जी. अटैक के पीछे आई.एस.आई. का मुख्य हाथ था। साथ ही इस हमले का मास्टरमाइंड गैंगस्टर लखबीर लंडा है। गैंगस्टर लंडा ने आई.एस.आई. के इशारे पर ही ये वारदात की थी।
इस केस को सुलझाने में पुलिस ने कुल 7 आरोपियों को कब्जे में किया है। इन आरोपियों में 2 नाबालिग है। एक आरोपी को पुलिस ने रिमांड में ले लिया है। उन्होंने आगे कहा कि ये आरोपी एक-दूसरे से बिल्कुल अंजाम थे। साथ ही वारदात को अंजाम देने के लिए नाबालिगों ने 8.50 लाख रुपय लिए थखे।
उन्होंने बताया कि 1 दिसंबर 2022 को तरनतारन के बरहला गांव में आर.पी.जी सप्लाई किया था। 8 दिसंबर तक आरोपियों ने उसे अपनी देखरेख में रखा। पुलिस ने काबू किए आरोपियों से वो बाइक भी बरामद की, जिससे उन्होंने वारदात को अंजाम दिया था। इसके अलावा पुलिस को आरोपियों से हथियारों का जखीरा भी बरामद किया। मगर चोहला साहिब के 2 आरोपी फरार हो गए है।