मुंबई (Exclusive): केंद्रीय जांच ब्यूरो ने तमिल अभिनेता-निर्माता विशाल के भ्रष्टाचार आरोपों पर तीन लोगों व केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) के अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। अभिनेता ने सीबीएफसी पर आगामी फिल्म ‘मार्क एंटनी’ के हिंदी सेंसर अधिकारों के लिए 6.5 लाख की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था।
अभिनेता के आरोपों पर कार्रवाई करते हुए मुंबई में चार स्थानों पर तलाशी ली गई, जिसमें एफआईआर में नामित आरोपी लोगों के परिसर भी शामिल थे। जानकारी के अनुसार, सीबीआई ने निजी व्यक्तियों मर्लिन मेनागा, जीजा रामदास, राजन एम और सीबीएफसी के अज्ञात लोक सेवकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
अभिनेता का आरोप है कि सितंबर 2023 के महीने में एक निजी व्यक्ति ने 7 लाख रुपये की रिश्वत लेने और हिंदी में डब की गई फिल्म के लिए सीबीएफसी, मुंबई से आवश्यक सेंसर प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए अन्य लोगों के साथ साजिश रची। उन्होंने बताया कि आरोपी ने शुरुआत में सीबीएफसी-मुंबई के अधिकारियों की ओर से रिश्वत की मांग की, जिसकी राशि बातचीत के बाद घटाकर 6.54 लाख रुपये कर दी गई।
…उसने कथित तौर पर दो अन्य आरोपियों के दो बैंक खातों में सीबीएफसी, मुंबई के अधिकारियों की ओर से 6,54,000 रुपये रिश्वत के रूप में स्वीकार किए। इसके बाद, 26/09/2023 को कथित तौर पर हिंदी में डब की गई उक्त फिल्म के लिए सीबीएफसी, मुंबई द्वारा आवश्यक प्रमाणपत्र जारी किया गया था।
मामला क्या है?
विशाल और एसजे सूर्या अभिनीत हाल ही में रिलीज हुई तमिल फिल्म ‘मार्क एंटनी’ को दर्शकों और आलोचकों दोनों से सकारात्मक समीक्षा मिली। फिल्म की सफलता को देखते हुए, निर्माता हिंदी-डब संस्करण जारी करने पर विचार कर रहे थे। तभी विशाल ने रिश्वत मांगने का आरोप लगाया।