चंडीगढ़ (Exclusive): पराली जलाने के कारण पंजाब की आबोहवा खराब होती जा रही है। कई जिलों में हवा की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में पहुंच गई है। राज्य सरकार के आदेश के बावजूद पराली जलाना जारी है।
प्रदूषित हवा में सांस लेने के कारण लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक के आंकड़ों के अनुसार, रविवार को बठिंडा में AQI 385 के साथ राज्य में सबसे खराब गुणवत्ता दर्ज की गई।
बठिंडा में किसानों ने निरीक्षण करने पहुंचे एक सरकारी अधिकारी को पराली में आग लगाने के लिए मजबूर किया। हालांकि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अधिकारी को पराली में आग लगाने के लिए मजबूर करने वाले किसानों के खिलाफ एफआईआर के आदेश दिए हैं।
गौरतलब है कि, राष्ट्रीय वायु गुणवत्ता सूचकांक के आंकड़ों के अनुसार, बठिंडा AQI (385) के साथ सबसे प्रदूषित रहा। इसके बाद रविवार को 295 AQI के साथ जालंधर, लुधियाना में AQI 289, अमृतसर (AQI282) जबकि खन्ना (AQI 265) और मंडी गोबिंदगढ़ में AQI दर्ज किया गया।