

मुबंई (TES): 2022 का आखिरी दिन भारतीय महिला क्रिकेट टीम की उपकप्तान स्मृति मंधाना के लिए बेहद स्पेशल रहा। चलिए बता देते हैं वे आईसीसी महिला क्रिकेटर ऑफ द ईयर अवार्ड के लिए एक बार फिर से नॉमिनेट हो गई है। आईसीसी ने 2022 के लिए ‘वुमन क्रिकेटर ऑफ द ईयर अवार्ड’ के लिए कुल चार महिला खिलाड़ियों के नाम फाइनल किए जिसमें एक नाम स्मृति मंधाना का है।
बाकी के अन्य इंग्लैंड की ऑलराउंडर नैट सीवर, न्यूजीलैंड की ऑलराउंडर अमेलिया केर और ऑस्ट्रेलिया की सलामी बल्लेबाज बेथ मूनी के नाम उस लिस्ट में शामिल किए गए है। ऐसे में स्मृति के लिए ये बेहद ही खास है।
स्मृति ने अपनी बैटिंग से किया दर्शकों को हैरान
बीते साल स्मृति के प्रदर्शन की बात करें तो उनकी मेहनत व लगन उन्हें विजेता बनाने का काम कर सकती है। उन्होंने साल 2022 में देश के लिए खेले गए टी20 में 594 रन बनाकर विश्वभर में एक रिकॉड कायम किया। इसके अलावा एकदिवसीय क्रिकेट में स्मृति ने 696 रन बनाकर वह दुनिया की दूसरी सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी बनीं।
स्मृति ने 2022 में दो बड़े टूर्नामेंट- महिला वनडे वर्ल्ड कप और राष्ट्रमंडल खेलों में अपनी कला को पेश किया। उनकी टीम ने राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक हासिल करके शानदार जीत हासिल की।
बचपन से ही था क्रिकेट खेलने का शौंक
महाराष्ट्र के मारवाड़ी परिवार की स्मृति का जन्म 18 जुलाई 1996 में मुंबई में हुआ। उनके पिता का नाम श्रीनिवास और माता का नाम स्मिता मंधाना है। छोटी सी उम्र में ही स्मृति ने अपने पिता और भाई को जिला स्तर पर क्रिकेट खेलते हुए देखा। ऐसे में बैट, बॉल आदि क्रिकेट के सामान से उन्होंने जल्दी ही दोस्ती कर ली। फिर उनके भाई ने उनकी अच्छे से प्रैक्टिस करवाई। जिसके नतीजे स्वरूप स्मृति सिर्फ 9 साल की छोटी उम्र में ही महाराष्ट्र की अंडर 15 की टीम का हिस्सा बन गई।
परिवार का मिला पूरा सहयोग
11 साल की होते ही स्मृति को महाराष्ट्र की अंडर-19 टीम के लिए चुना गया। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उन्होंने शानदार प्रदर्शन और आक्रामक बल्लेबाजी दिखाई। उनके खेल को देखते हुए उन्हें 2014 में महिला टेस्ट क्रिकेट टीम के लिेए चुना गया। स्मृति का परिवार लगातार उसको क्रिकेट खेलने की प्रैक्टिस करवाता था। उनकी मां उनके खाने-पीने, कपड़े व अन्य जरूरतों का खास ध्यान रखती हैं।
उनके पिता केमिकल का व्यापार करने के साथ स्मृति के क्रिकेट कार्यक्रम को प्रबंधन करते हैं। अब बस इस बात की उम्मीद है कि स्मृति की शानदार बल्लेबाजी को देखते हुए आईसीसी की ओर से दोबारा उन्हें वर्ष की सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटर के खिताब से नवाजा जाएं।