Tuesday, July 29, 2025
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मां कात्यायनी को समर्पित नवरात्र का छठा दिन, जानिए कैसे करें देवी को प्रसन्न

देश में नवरात्रि का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। नवरात्रि में मां ब्रम्हचारिणी, मां चंद्रघंटा और मां स्कंदमाता अन्य अवतारों की पूजा की जाती है। नवरात्रि का छठा दिन मां कात्यायनी को समर्पित है।

मां सभी बुराइयों का नाश करने वाली है। चूंकि देवी ने राक्षस राजा महिषासुर का वध किया, इसीलिए उन्हें महिषासुरमर्दिनी के नाम से जाना जाता है। वह शेर की सवारी करती हैं। उनके हाथ में कमल का फूल और तलवार है। दाहिनी तरफ अभय और वरद मुद्रा है। मां कात्यायनी को दुष्टों का नाश करने वाली देवी माना जाता है।

मां कात्यायनी की कहानी

वामन पुराण में कहा गया है कि राक्षस महिषासुर और उसके गलत कार्यों से क्रोधित होने के बाद मां कात्यायनी का निर्माण भगवान ब्रह्मा, विष्णु, शिव और अन्य देवताओं की संयुक्त ऊर्जा से हुआ था। उन्होंने इस क्रोध को ऊर्जा किरणों के रूप में प्रकट किया जो कात्यायन ऋषि के आश्रम में क्रिस्टलीकृत हो गईं। यही कारण है कि मां दुर्गा के इस रूप को कात्यायनी या कात्यायन की पुत्री के नाम से भी जाना जाता है।

पौराणिक ग्रंथों में उल्लेख मिलता है कि ऋषि कात्यायन देवी शक्ति के परम भक्त थे। उनकी भक्ति और आराधना से प्रभावित होकर, देवी दुर्गा ने मां दुर्गा को पिता बनने की उनकी इच्छा पूरी की। उसने उनकी बेटी के रूप में जन्म लिया, बड़ी होकर मजबूत, सुंदर और एक कुशल योद्धा बनी और महिषासुर का वध किया।

नवरात्रि छठे दिन की पूजा विधि

नवरात्रि के छठे दिन, भक्तों को अपने दिन की शुरुआत जल्दी उठकर, स्नान करके और नए कपड़े पहनकर करनी चाहिए। पूजा स्थल को साफ करें और मां कात्यायनी की मूर्ति पर ताजे फूल चढ़ाएं। उपासकों को देवी को शहद और प्रसाद का भोग लगाना चाहिए। मंत्रों और प्रार्थनाओं का पाठ करते हुए अपने हाथों में कमल के फूल रखना चाहिए।

मां कात्यायनी भोग व रंग

भक्त विशेष भोग के रूप में शहद चढ़ाकर मां दुर्गा के छठे अवतार देवी कात्यायनी का आशीर्वाद मांगते हैं। नवरात्रि के छठे दिन हल्के क्रीम कलर के कपड़े पहनें।

मां कात्यायनी मंत्र, प्रार्थना और स्तुति:

– ॐ देवी कात्यायन्यै नमः

– चन्द्रहासोज्जवलकर शार्दुलवरवाहन
कात्यायनी शुभं दद्यद् देवि दानवघातिनी

-या देवी सर्वभूतेषु मां कात्यायनी रूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः

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