कनाडा (Exclusive): “एलिवेटेड“, “ओजी” और “चेक” जैसे हिट गानों के लिए मशहूर कनाडा स्थित गायक शुभनीत सिंह उर्फ शुभ की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही। दरअसल, सिंगर शुभ का 23 सितंबर से लेकर 25 सितंबर तक मुंबई में शो थे लेकिन उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी boAt ने पंजाबी गायक शुभ के आगामी भारत दौरे स्पॉन्सरशिप वापिस लेने का फैसला किया है।
— boAt (@RockWithboAt) September 19, 2023
कंपनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कहा, “म्यूजिक कम्युनिटी के प्रति हमारी गहरी प्रतिबद्धता है, हम सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण एक सच्चे भारतीय ब्रांड हैं। इस साल की शुरुआत में गायक शुभ द्वारा की गई टिप्पणियों के बारे में पता चला, तो कपंनी ने अपनी स्पॉन्सरशिप वापस लेने का फैसला किया।” वहीं, भारतीय क्रिकेटर भी सिंगर से नाराज हैं और उन्हें सोशल मीडिया से अनफॉलो कर दिया है।
बता दें कि खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या पर भारत और कनाडा के बीच राजनयिक तनाव बढ़ने से दोनों देशों में विवाद पैदा हो गया। इसी बीच फंकी पंजाबी रैप गानों के लिए मशहूर शुभनीत ने इंस्टाग्राम पर खालिस्तान का समर्थन करते हुए एक पोस्ट शेयर किया था, जिसके बाद बाद वो इस विवाद का हिस्सा बन गए हैं।
More than 24 Hours on and @bookmyshow still continues to sell KhaIistani Sympathiser Shubh’s India concert tour tickets on their platform unabashedly. @fafsters your platform needs to stand up for India 🇮🇳 else what’s the point of our business ?! #UninstallBookMyShow pic.twitter.com/Bhw6eyTAOO
— Yo Yo Funny Singh (@moronhumor) September 19, 2023
गौरतलब है कि शुभ ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर भारत का एक विकृत नक्शा साझा किया था, जिसमें केंद्र शासित प्रदेश जम्मू–कश्मीर, पंजाब और पूर्वोत्तर राज्यों को स्पष्ट रूप से छोड़ दिया गया था। तस्वीर के साथ लिखा था, ”पंजाब के लिए प्रार्थना करें”. इसके लिए सिंगर को सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया गया था। बाद में उन्होंने पोस्ट को तुरंत डिलीट कर दिया लेकिन ट्रोलर्स ने उनका पीछा नहीं छोड़ा।
कनाडा ने पहले भारत पर खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया था। इसपर प्रतिशोध के तहत ओटावा में नई दिल्ली के खुफिया प्रमुख को निष्कासित कर दिया। हालांकि भारत ने ट्रूडो के आरोपों को खारिज कर दिया। वहीं, भारत ने एक्शन लेते हुए एक वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को निष्कासित करते हुए देश छोड़ने के लिए 5 दिन का समय दिया।