

नई दिल्ली (TES): कांग्रेस हाईकमान ने पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले गठित विभिन्न समितियों की कमान वरिष्ठ नेताओं को सौंपी थी। इससे नवजोत सिंह सिद्धू हाशिए पर चले गए थे लेकिन अब सिद्धू के सार्वजनिक बयानों का असर हाईकमान पर हो गया है।
सोमवार को पार्टी ने नवजोत सिद्धू को प्रदेश चुनाव समिति का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया। सिद्धू अपने एक बयान में कह चुके हैं कि मैं केवल शोपीस बनकर नहीं रहूंगा। न तो मैंने जिंदगी में किसी चीज की मांग की है और न ही करूंगा। मैंने कभी लोगों से वोट तक नहीं मांगा।
पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी पत्र में पंजाब प्रदेश चुनाव कमेटी के अध्यक्ष पद पर नवजोत सिद्धू की नियुक्ति के साथ ही मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, समन्वय समिति की चेयरपर्सन अंबिका सोनी, प्रचार कमेटी के चेयरमैन सुनील जाखड़, घोषणा पत्र समिति के चेयरमैन प्रताप सिंह बाजवा, पंजाब से लोकसभा व राज्यसभा में सभी कांग्रेस सांसद, पंजाब सरकार के सभी मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्ठल, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एचएस हंसपाल, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहिंदर सिंह केपी, अखिल भारतीय कांग्रेस के सचिव केएल शर्मा, विधायक व सचिव रामिंदर सिंह आवला, पंजाब प्रदेश कांग्रेस के सीनियर उपाध्यक्ष लाल सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष कुलजीत सिंह नागरा, कार्यकारी अध्यक्ष सुखविंदर सिंह डैनी, कार्यकारी अध्यक्ष पवन गोयल, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष गुरप्रीत कांगड़, विधायक व पूर्व मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू, विधायक श्याम सुंदर अरोड़ा, विधायक व पूर्व मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी, विधायक व पूर्व मंत्री साधू सिंह धर्मसोत, विधायक अजायब सिंह भट्टी, विधायक नवतेज सिंह चीमा, हामिद मसीह, एससी विभाग के चेयरमैन डॉ. राजकुमार चब्बेवाल, पीएससी की अध्यक्ष बलबीर रानी सोढी, वीवाईसी के अध्यक्ष बरिंदर ढिल्लों, एनएसयूआई के अध्यक्ष अक्षय शर्मा और पंजाब सेवा दल के मुख्य आयोजक निर्मल खैरा, को सदस्य बनाया गया है।