

चंडीगढ़ (EXClUSIVE): पंजाब कांग्रेस में चल रही अंदरूनी कलह जस की तस जारी है। भले ही सभी नेता पार्टी के भीतर अनुशासन की बात कर रहे हों और एकजुटता की बात करते नहीं थक रहे हों लेकिन कांग्रेस आलाकमान को लिखे इस पत्र ने पोल खोल दी है।
यह पत्र वरिष्ठ कांग्रेसी नवजोत सिंह सिद्धू के गुट ने लिखा है। कांग्रेस हाईकमान को सिद्धू गुट की ओर से लिखे इस पत्र में समराला रैली को असफल बताया गया है। पत्र में नवजोत सिद्धू गुट नेताओं ने कहा, ”कांग्रेस की आज की समराला रैली की तस्वीरें, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे विशेष रूप से शामिल हुए, बहुत चिंताजनक हैं जबकि लोकसभा चुनाव करीब हैं।”
उन्होंने पत्र में आगे लिखा, ”पंजाब कांग्रेस का पूरा नेतृत्व 10,000 से भी कम लोगों को इकट्ठा कर रहा था लेकिन जब पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे बोल रहे थे तो करीब दो सौ लोग ही मौजूद थे, जो दरअसल इस बात का संकेत है कि लोग पंजाब के मौजूदा नेतृत्व के प्रदर्शन से निराश हैं। दरअसल, यह भीड़ किराए पर लाई गई थी।”
नेताओं ने आगे कहा, ”खड़गे आज पंजाब में इस रैली के जरिए पूरे देश के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश भरने वाले थे, लेकिन इस रैली से पूरे देश में कांग्रेस पार्टी के लिए खराब संदेश गया है। दूसरी ओर, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की सार्वजनिक सभाओं में 10,000 से 15,000 कार्यकर्ता जुटते हैं और जब तक नवजोत सिंह सिद्धू बोलते रहते हैं, कोई भी पंडाल से नहीं हटता। देखा जाए तो कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मेलन के निराशाजनक प्रदर्शन ने 2024 से पहले काफी नुकसान पहुंचाया है क्योंकि विपक्षी दलों ने इस रैली को मुद्दा बना लिया है।”
सिद्धू गुट ने कहा कि अब जरूरी है कि कांग्रेस आलाकमान नवजोत सिद्धू जैसे नेताओं का अधिक सक्रिय होने का आदेश दे, क्योंकि उनके कार्यकर्ता मिलिशिया में इकट्ठा हुए और कांग्रेस की नीतियों का प्रचार-प्रसार किया गया। यह भी जरूरी है कि कांग्रेस के अन्य नेता आलाकमान प्रियंका गांधी, राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे को भी पंजाब में ज्यादा से ज्यादा लोगों से मिलना चाहिए।