नई दिल्ली (TES): भारतीय कंपनियों की इस साल सेलरी में वृद्धि होने की आशा जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि इनकी आय में करीब 9.8 प्रतिशत वृद्धि हो सकती है। बता दें, पिछले साल वेतन में करीब 9.4 प्रतिशत वृद्धि हुई थी। कोर्न फेरी के नवीनतम सर्वेक्षण के मुताबिक, शीर्ष प्रतिभाओं के लिए ये वृद्धि अधिक मानी जा सकती है। वहीं कंपनियां अलग-अलग प्रतिभा प्रबंधन कदमों और क्षतिपूर्ति योजनाओं के जरिए महत्वपूर्ण और प्रमुख प्रतिभाओं को बनाए रखने पर अधिक जोर लगा रही है।
सूत्रों के मुताबिक इस सर्वे में 8,00,000 से अधिक कर्मचारियों वाले 818 संगठन है। ऐसे में साल 2023 में भारत कंपनियों की सेलरी में करीब 9.8 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है। कोरोना दौरान साल 2020 में वेतन में वृद्धि दर सिर्फ 6.8 प्रतिशत हुआ था, जिसे काफी कम कहा जा सकता है। मगर अब की वेतन वृद्धि दर अधिक होना मजबूत और बेहतर स्थिति की ओर इशारा करता है।
बता दें, भारत के बढ़े हुए डिजिटल क्षमता निर्माण पर ध्यान दिए पर सर्वेक्षण में जीवन विज्ञान, स्वास्थ्य देखभाल और उच्च प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में 10.2 प्रतिशत और 10.4 प्रतिशत तक की वृद्धि होने की आशंका जताई जा रही है। कोर्न फेरी के अध्यक्ष और क्षेत्रीय प्रबंध निदेशक नवनीत सिंह का कहना है कि भले ही विश्व में मंदी और आर्थिक नरमी की बात हो रही हो फिर भी भारतीय अर्थव्यवस्था के संदर्भ में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की करीब 6 प्रतिशत दर से आगे बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है।
आगे बात करते हुए सिंह ने बताया कि प्रमुख प्रतिभाओं के लिए वेतन वृद्धि 15 प्रतिशत से 30 प्रतिशत तक होने की आशा है। वहीं अन्य क्षेत्रों के लिए वेतन वृद्धि की बात करें तो सेवा क्षेत्र के लिए 9.8 प्रतिशत, वाहन के लिए 9 प्रतिशत, रसायन के लिए 9.6 प्रतिशत, उपभोक्ता सामान के लिए 9.8 प्रतिशत और खुदरा क्षेत्र में करीब 9 प्रतिशत वृद्धि हो सकती है। ऐसे में ये अपने आप में ही एक बड़ी बात है।