Sunday, June 8, 2025
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अजनाला थाना पर हुए हमले पर केंद्रीय एजेंसियों की रिपोर्ट में हुआ बड़ा खुलासा

पंजाब (TES): अजनाला थाने पर हुए हमले के मामले को लेकर केंद्रीय एजेंसियों ने अपनी रिपोर्ट में बड़ा खुलासा किया है। उनका कहना है कि इस दौरान पंजाब पुलिस के कई अधिकारियों की लापरवाही के कारण ऐसा हो पाया है। वर्ना इस काम को होने से रोका जा सकता था।

उनका दावा है कि अगर पुलिस अमृतपाल सिंह को उसके गांव जल्लूपुर खेड़ा में ही रोक लेती तो ऐसा कांड न होता। असल में, वे (अमृतपाल सिंह) पिछले 3 दिनों से ही इसका प्रचार कर रहे थे कि अगर उनके साथियों पर दर्ज FIR रद्द न कि तो वे थाना अजनाला में घेराव करेंगे। फिर भी पंजाब पुलिस के कर्मचारियों ने अमृतपाल व उसके साथियों को श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के प्रकाश वाली गाड़ी के साथ करीब 80 किलोमीटर तक सुरक्षित रास्ता दिया गया। इस दौरान अमृतपाल के साथ हथियारबंद समर्थकों की बारी संख्या भी अजनाला में पहुंच गई।

रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर पंजाब पुलिस राज्य के अन्य जिलों से अमृतपाल के समर्थकों को अजनाला पहुंचने से रोक सकती है तो वे उन्हें जल्लूपुर से अजनाला पहुंचने पर क्यों नहीं रोक पाई। पुलिस श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के प्रकाश वाली गाड़ी को अमृतपाल के काफिले से अलग भी आसानी से कर सकती थी।

देश-विदेश से मिली आर्थिक मदद

रिपोर्ट का कहना है कि अमृतपाल को देश विरोधी इन गतिविधियों को चलाने के लिए देश-विदेश से आर्थिक मदद मिल रही है। मगर इसका पूरा अभी पता नहीं चला है। वहीं DGP के आदेश करने पर 6 जिलों की पुलिस फोर्स अजनाला के आसपास तैनात थी। फिर भी कुछ लोगों का काफिला आसानी से किस तरह अजनाला पहुंचा में कामयाब हो गया? उस काफिले में लोगों ने हथियार भी पकड़े हुए थे। जांच एजेंसी ने रिपोर्ट को सही साबित करने के लिए कई वीडियोज और फोटो सुबूत के तौर पर भेजे हैं। इससे इस घटना की सच्चाई पता चलती है।

इस कार में बैठा था अमृतपाल

इस रिपोर्ट में जांचकर्ता ने अमृतपाल की मर्सिडीज गाड़ी और उसके काफिले में मौजूद रहे अलग-अलग लोगों के बारे में भी कहा है। इसके साथ ही उन्होंने कुछ साक्ष्यों और समर्थकों की हिस्ट्री की भी जानकारी दी है।

अभी तक पुलिस ने नहीं किया कुछ, SSP बोले- बख्शेंगे नहीं

इतनी बड़ी घटना को अंजाम देने के बाद भी पुलिस ने रविवार को भी अमृतपाल व उसके समर्थकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। वहीं अलग-अलग राजनीतिक पार्टियां और संगठन इस मामले पर कार्रवाई करने को कह रहे हैं। अमृतसर के SSP सतिंदर सिंह ने बताया कि इस घटनाक्रम को लेकर पंजाब पुलिस के उच्च अधिकारी व विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां अपने काम में जुटी है। उन्होंने कहा कि आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं सरकार ने भी इस मामले पर सख्त आदेश दिए हैं और इसपर जांच की जा रही है।

 

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