नई दिल्ली (Exclusive) प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज यानी शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी है कि देश के सबसे बड़े भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के नेतृत्व में एक संघ ने भगोड़े व्यवसायी विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी (Vijay Mallya, Nirav Modi and Mehul Choksi) के शेयरों की बिक्री से 792.11 करोड़ रुपये की वसूली की है। केंद्रीय एजेंसी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत इन संपत्तियों को जब्त कर लिया है। ईडी ने इस रकम को बैंकों के कंसोर्टियम को सौंप दिया।
इसके साथ, एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, माल्या, मोदी और चोकसी की संपत्ति की बिक्री से अब कुल वसूली 13,109.17 करोड़ रुपए की हो चुकी है। बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक माल्या पर विभिन्न बैंकों का 9,000 करोड़ रुपये से अधिक का बकाया है। इसके अलावा हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी, जो पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ऋण धोखाधड़ी मामले में मुख्य आरोपी है, पर 13,000 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचाने का आरोप है।
इसके अलावा, पीएनबी बनाम नीरव मोदी मामले में भगोड़ा आर्थिक अपराध न्यायालय द्वारा बैंकों को 1,060 करोड़ रुपए की संपत्ति की अनुमति दी गई है और ईडी द्वारा भगोड़े आर्थिक अपराधी अधिनियम के प्रावधानों के तहत 329.67 करोड़ रुपए जब्त किए गए हैं। 1 जुलाई, 2021 को, पूर्वी मोदी, जो नीरव मोदी की बहन हैं, ने अपने विदेशी बैंक खाते से ईडी को अपराध की आय से 17.25 करोड़ रुपए हस्तांतरित किए हैं।