

चंडीगढ़ (Exclusive): पंजाब के सरकारी स्कूलों में दिए जाने वाले मिड-डे मील को लेकर नए निर्देश जारी किए गए हैं। स्कूल शिक्षा विभाग 1 सितंबर से सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में UKG कक्षाओं के सभी बच्चों को मिड-डे मील परोसना शुरू करेगा।
सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को लिखे एक पत्र में सितंबर की शुरुआत से सभी सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में प्री-प्राइमरी के विद्यार्थियों को मिड-डे मील उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। इन स्कूलों में यूकेजी कक्षाओं में नामांकित लगभग 1.95 लाख बच्चों को हर दिन न्यूनतम 100 ग्राम पका हुआ अनाज (गेहूं या चावल) मिलेगा। खाना पकाने की लागत प्रति बच्चा प्रति दिन 5.45 रुपये होगी।
बता दें कि अब तक राज्य में कक्षा पहली से आठवीं तक के लगभग 17 लाख छात्रों को योजना के तहत मिड-डे मील उपलब्ध कराया जा रहा था। जबकि स्कूलों में एमडीएम योजना के लिए चावल और गेहूं केंद्र सरकार द्वारा प्रदान किया जाता है। भोजन की खाना पकाने की लागत केंद्र और राज्य सरकार द्वारा 60:40 के अनुपात में साझा की जाती है।
प्राथमिक कक्षाओं (I से V) में प्रति बच्चा खाना पकाने की लागत 5.45 रुपये प्रति दिन है। उच्च प्राथमिक कक्षाओं (VI-VIII) के लिए, लागत प्रति बच्चा 8.17 रुपये है। राज्य सरकार ने यूकेजी के बच्चों के लिए भोजन पकाने की लागत को प्राथमिक कक्षा के छात्रों के बराबर रखा है।
यह योजना राज्य के सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त प्राथमिक और प्राथमिक विद्यालयों के लगभग 17 लाख छात्रों को वर्ष में कम से कम 200 दिनों के लिए एक भोजन की गारंटी देती है। 19,680 सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में लगभग 42,000 कार्यकर्ता-सह-सहायक बच्चों के लिए भोजन तैयार करते हैं।