

आश्विन माह में 28 अक्टूबर यानि आज शरद पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण लगने वाला है। यह सभी लोगों के लिए शुभ नहीं होगा और ज्योतिष के अनुसार जब चंद्रमा राहु के प्रभाव में आएगा, जिसे ड्रैगन के नाम से भी जाना जाता है इसलिए यह पूरी अवधि अशुभ मानी जाती है। वहीं, गर्भवती महिलाओं को अधिक सावधान रहने की आवश्यकता होती है क्योंकि इससे अजन्मे बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
गर्भवती महिलाएं क्या करें और क्या न करें?
1. गर्भवती महिलाएं चंद्र ग्रहण के दौरान चंद्रमा की रोशनी में न आएं और घर के अंदर रहें।
2. चंद्र ग्रहण के समय किसी भी नुकीली चीज जैसे चाकू, कैंची, सेफ्टी पिन, हेयर पिन, सुई, नेल कटर या ऐसी किसी भी चीज का इस्तेमाल न करें।
3. इस दौरान गगर्भवती महिलाएं सोएं नहीं क्योंकि यह गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए अशुभ होता है।
4. किसी पवित्र ग्रंथ का पाठ या मंत्र जाप लाभकारी होता है।
5. ग्रहण के दौरानं भगवान राम और भगवान कृष्ण के नामों का जाप करें ताकि अजन्मा बच्चा इन देवताओं के गुणों को अपनाएं।
6. चंद्र ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को एक पानी से भरा नारियल लेकर अपनी गोद में रखना चाहिए और बाद में उसे बहते जल में प्रवाहित कर देना चाहिए।
तनाव से बचें
माना जाता है कि इस दिन चंद्र ग्रहण मुख्य रूप से राहु के प्रभाव से मन पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। अगर आप तनाव मुक्त हैं, तो राहु तनाव लाने का प्रयास कर सकता है। ऐसे में तनाव से बचने के लिए दुर्गा सप्तशती या गुरु मंत्र का जाप करती रहें।
ग्रहण के बाद करें ये काम
चंद्र ग्रहण के बाद साफ पानी से स्नान करने की सलाह दी जाती है। आपके पास कपूर, गंगा जल या गोमूत्र है तो उसे पानी में मिलाकर स्नान करें। माना जाता है कि इससे बच्चे और मां दोनों की अशुद्धियां दूर हो जाती हैं।