

चंडीगढ़: पंजाब के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में डेंगू के मामलें तजी से बढ़े हैं। बता दें कि 1 जनवरी से अब तक कुल 243 मामले सामने आए हैं। एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलने वाली इस बीमारी के कारण एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है। डेंगू के लिए लगभग 6,000 परीक्षण किए गए हैं, जिनमें से 258 सकारात्मक पाए गए।
सभी लोगों को बीमारी को फैलने से रोकने के लिए मच्छरदानी का इस्तेमाल करने की सलाह दी जा रही है। वहीं, सभी अस्पतालों में डेंगू वार्ड स्थापित करने का निर्देश दिया गया है। बाढ़ के दौरान वेक्टर जनित बीमारियों के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए, पंजाब स्वास्थ्य विभाग ने कई टीमों को गठन किया है जो सभी जिलोंं में घर-घर जाकर निगरानी कर रही है।
इसके अलावा बाढ़ राहत शिविरों में वेक्टर जनित बीमारियों के लिए बुखार सर्वेक्षण का आयोजन किया जाएगा। मच्छरों के संभावित प्रजनन स्रोतों के स्रोत में कमी लाने पर जोर दिया गया है। अगर मच्छरों में कमी नहीं आई तो लार्विसाइड का छिड़काव किया जाएगा।
ये हैं बीमारी के लक्षण
यह बीमारी मच्छर द्वारा काटे जाने के 5-6 दिनों के बाद विकसित होती है। इसके कारण अचानक तेज बुखार, गंभीर सिरदर्द, आंखों के पीछे दर्द और मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।