Friday, November 15, 2024
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NIA ने देश के 8 राज्यों में की छापेमारी, खालिस्तान समर्थक समेत ये लोग किए काबू

नेशनल डेस्क: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिरकण (NIA) ने आपराधिक गिरोहों, आतंकवादी समूहों और नशीले पदार्थों की तस्करी से जुड़े विभिन्न माफिया के बीच सांठगांठ से संबंधित मामलों में एक आतंकवादी के करीबी सहयोगी सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने वीरवार को यह जानकारी दी।

नेशनल (TES): देशभर से एक बड़ी सामने आ रही है। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिरकण (NIA) के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने जानकारी देते बताया है कि उन्होंने आपराधिक गिरोहों, आतंकवादी समूहों और नशीले पदार्थों की तस्करी से संबध रखने वाले माफिया के बीच सांठगांठ से जुड़े मामलों में एक आतंकवादी के करीबी सहयोगी और करीब 6 लोगों को काबू कर लिया है।

आठ राज्यों में करीब 76 जगह पर की छापेमारी

NIA ने मंगलवार को आठ राज्यों के करीब 76 स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान उन्होंने पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र), महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में छापा मारा। इस दौरान अधिकारियों ने कनाडा में रह रहे ‘घोषित आतंकवादी’ अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला के एक खास सहयोगी लकी खोखर उर्फ डेनिस को भी गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, जग्गू भगवानपुरिया और गोल्डी बराड़ के सहयोगी भी हिरासत में लिए गए।

एजेंसी ने कहना है कि उन्होंने पंजाब के बठिंडा का रहने वाला खोखर की गिरफ्तारी राजस्थान के श्रीगंगानगर से की। उसने बताया कि वह गैंगस्टर अर्श डल्ला के संपर्क में था और उसके लिए काम करता था। इसके साथ ही वह आतंकवाद संबंधी गतिविधियों के लिए धन जुटाने का काम करता था। इसके साथ ही इस गैंगस्टर ने अर्श डल्ला के साथी को हथियार और गोला-बारूद दिए। इन हथियारों का इस्तेमाल कनाडा में बैठे आतंकवादी के कहने पर जगरांव में बीते समय में हुए हत्या को अंजाम देने के लिए किया गया।

बता दें, 20 अगस्त 2022 को एनआईए ने हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा, लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा, अर्श डल्ला समेत सात लोगों के खिलाफ एक केस दर्ज किया था। इस केस में एनआईए पहले भी दीपक रंगा नामक एक शख्स को हिरासत में ले चुकी है।

युवाओं को बरगलाने के आरोप में किया गिरफ्तार

एनआईए प्रवक्ता का कहना है कि टीम ने लखवीर सिंह, हरिओम उर्फ टीटू, हरप्रीत, दलीप बिश्नोई और सुरिंदर उर्फ चीकू चौधरी की भी गिरफ्तारी की है। हरिओम उर्फ टीटू की गिरफ्तारी मंगलवार को की गई। वहीं लखवीर सिंह को सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके आतंकवादी गतिविधियों के लिए युवाओं को बरगलाने व उनकी भर्ती करने को लेकर बीते वर्ष अगस्त में दर्ज एक मामले के संबंध में काबू किया गया।

NIA ने बताया कि ये गैंगस्टर आम जनता मेंडर पैदा करने के लिए सोशल मीडिया के जरिए अपना अपराधों का प्रचार कर रहे थे। छोटू राम भाट के सहयोगी लखवीर सिंह से नौ हथियार बरामद हुए। एनआईए टीम इस केस में अब तक कौशल चौधरी, अमित डागर, सुखप्रीत सिंह, भूपी राणा, नीरज बवाना, नवीन बाली सहित नौ आरोपियों को हिरासत में लिया है।

गोल्डी बराड़ के साथी हैं किए गिरफ्तार

प्रवक्ता का कहना है कि सुरेंद्र चौधरी और दलीप बिश्नोई गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के साथी है। वहीं जग्गू भगवानपुरिया गोल्डी बराड़ का सहयोगी है। इन लोगों को लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की ओर से धन जुटाने, युवाओं की भर्ती करने और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के आरोप में हिरासत में लिया गया।

वहीं सुरिंदर चौधरी के खिलाफ हत्या और जबरन वसूली के लिए स्वापक औषधि व मन: प्रभावी पदार्थ (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत कई केस दर्ज है। वह हरियाणा में तस्करी, शराब और खनन ठेकेदारों से जबरन वसूली में शामिल होने के साथ आतंकवाद-गैंगस्टर सिंडिकेट के लिए धन जुटाने का काम करता है।

अपराधी है दलीप बिश्नोई

गिरफ्तार हुआ दलीप बिश्नोई एक आदतन अपराधी है, जिसपर कुल 13 केस दर्ज है। बता दें, दलीप बिश्नोई आतंकवादी गिरोह के लिए धन जुटाने और पंजाब व राजस्थान में गिरोहों को साजो-सामान संबंधी सहायता मुहैया कराने का काम करता है। एनआईए ने जांच में पता लगाया है कि देश के कई बड़े गैंगस्टर पाकिस्तान, कनाडा, मलेशिया, फिलीपीन और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में रह रहे हैं। वे विभिन्न राज्यों की जेल में बंद अपराधियों के साथ संपर्क करके वहीं से अपने आतंकवादी गतिविधियों की योजना बनाने में सफल हो रहे हैं।

ये लोग नशीले पदार्थ, हथियारों की तस्करी, हवाला, जबरन वसूली के साथ हत्या को अंजाम देते हैं। वे ऐसे गलत धंधे करके धन कमाते हैँ। प्रवक्ता का कहना है कि इन आतंकवादी नेटवर्क और उनके धन जुटाने के साधन व उनकी मदद करने वाले बुनियादी ढांचों को नष्ट करने के लिए वे लगातार कोशिश कर रहे हैं।

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