

चंडीगढ़ (Exclusive): अहम पदों पर विधायकों मंत्रियों के बच्चों को नौकरियां देने का मामला पंजाब कांग्रेस के लिए गले की फांस बनता जा रहा है। फतेहजंग बाजवा और राकेश पांडे के बच्चों को नौकरी को लेकर विवाद चल रहा था कि अब सुनील जाखड़, तृप्त बाजवा तथा सुखसरकारिया के करीबी लोगों को सरकारी नौकरी या अहम पद का मामला भड़क गया है।
कांग्रेसी विधायक फतेहजंग बाजवा ने पंजाब सरकार की तरफ से उनके बेटे को तरस के आधार पर दी गई सरकारी नौकरी के बारे प्रैस कांफ्रैंस दौरान अहम खुलासे किए हैं। दरअसल, पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने गत दिवस कहा था कि फतेहजंग बाजवा ने ख़ुद इस नौकरी से इंकार कर दिया है। फतेहंजग बाजवा ने अहम खुलासा करते कहा कि जिस समय उनके बेटे रो नौकरी देने की बात शुरू हुई, उस समय ही इस बात पर राजनीति होने लग पड़ी थी।
इस दौरान फ़तेह बाजवा ने कैबिनेट मंत्री सुख सरकारिया, मंत्री तृप्त राजिंदर बाजवा और पार्टी प्रधान सुनील जाखड़ को कहा कि वो अपने बेटों-भतीज़ों से अब ज़िला परिषद और फ़ार्मर कमीशन के पद छुड़वाए। .हमने मिसाल क़ायम की अब ये तीनों लीडर भी क़ायम करें । फतेहजंग बाजवा ने कहा कि उन्होंने उसी समय घर में फैसला कर लिया कि वह यह नौकरी नहीं लेंगे।