

पूजा कक्ष में प्रवेश करते ही हर कोई एक शांत वातावरण से घिर जाता है, जो आपको आध्यात्मिक आराम की जगह पर ले जाता है। मगर, क्या आप जानते हैं कि आपके पूजा कक्ष में वस्तुओं की व्यवस्था ऊर्जा के प्रवाह पर उसर डाल सकती है? वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा कक्षा में कुछ वस्तुएं रखने से सकारात्मक ऊर्जा में बाधा आ सकती है इसलिए इन्हें यहां नहीं रखना चाहिए…
पूजा कक्ष में कभी न रखें ये चीजें
टूटी हुई मूर्तियां
टूटी हुई मूर्तियां नेगेटिव एनर्जी को अपनी ओर खींचती है इसलिए इन्हें नई मूर्तियों से बदलें। इसके अलावा पूजाघर में फटी धार्मिक पुस्तकें भी नहीं रखना चाहिए। ध्यान रखें कि टूटी हुई मूर्तियों को नदी या नहर में ही प्रवाहित करें।
चमड़े की वस्तुएं
चमड़े से बने बटुए, बेल्ट और पर्स का आपके पूजा कक्ष में कोई स्थान नहीं है। वास्तु के अनुसार, चमड़े में तामसिक (नकारात्मक) गुण होते हैं इसलिए इन्हें यहां नहीं रखना चाहिए। इसके बजाय प्राकृतिक सामग्री चुनें, जैसे लकड़ी, कपास, या रेशम।
घड़ी
पूजा क्षेत्र में घड़ियां होने से आप अपनी प्रार्थनाओं और ध्यान से विचलित हो सकते हैं इसलिए पूजा घर में घड़ियां ना रखें।
जूते
जूते-चप्पल को हमेशा पूजाघर से दूर रखें क्योंकि ये नकारात्मक ऊर्जा लाते हैं। इसके अलावा कूड़ेदान को भी पूजा घर से दूर रखें।
पितरों की तस्वीर
वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा घर में कभी भी पितरों की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए क्योंकि इसे अशुभ माना जाता है।