नाग पंचमी हिंदू समुदाय में एक महत्वपूर्ण पारंपरिक त्योहार है, जो हर साल श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। नाग पंचमी पर लोग सांपों की पूजा करते हैं और उन्हें दूध, फल, काले चने आदि चढ़ाते हैं। मान्यता है कि सांपों की पूजा करने से सौभाग्य, सुरक्षा और दया का आशीर्वाद प्राप्त होता है और सर्प दोष से भी मुक्ती मिलती है। वहीं, इससे भगवान भोलेनाथ भी प्रसन्न होते हैं क्योंकि उनका सांपों से गहरा नाता है। हालांकि नाग देवता की पूजा करते समय कुछ दिशानिर्देशों का पालन करना भी जरूरी है और आज हम आपको उन्हीं के बारे में बताएंगे।
नाग पंचमी पर क्या करें?
-नाग देवता को हल्दी, रोली, चावल, कच्चा दूध, फूल और जल चढ़ाएं। साथ ही पूजा करते समय नाग पंचमी मंत्रों का जाप जरूर करें। मान्यता है कि इससे नाग देवता प्रसन्न होते हैं।
– अगर आपने उपवास रखा है तो केवल शाकाहारी भोजन लें क्योंकि यह आध्यात्मिक संबंध और शुद्धि को बढ़ाता है।
एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान में साँप की मूर्तियों या चित्रों पर दूध चढ़ाना शामिल है, जो नाग देवता के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है और स्वास्थ्य, खुशी और सफलता का आशीर्वाद आमंत्रित करता है।
नाग देवता की पूजा करने के लिए मंदिरों में जाना नाग पंचमी का एक केंद्रीय अनुष्ठान है। यह परंपरा ईश्वरीय सुरक्षा के लिए कृतज्ञता और सच्ची प्रार्थना व्यक्त करती है।
नाग पंचमी के महत्व को अगली पीढ़ी तक पहुंचाएं, इसकी परंपराओं और सांपों के संरक्षण के महत्व पर जोर दें।
क्या न करें?
– इस अवसर पर सांपों को नुकसान न पहुंचाए। इसके अलावा त्योहार के दौरान प्रदर्शन के लिए जंगली सांपों को पकड़ने से बचें कयोंकि इससे आपको कालसर्प दोष लग सकता है।
-मान्यता है कि शिवलिंग या नाग देव पर तांबे के लोटे से दूध नहीं चढ़ाना चाहिए। हमेशा पीतल या स्टील के लोटे से दूध अर्पित करें।
-नाग पंचमी के दिन धरती पर हल चलाने से बचें, क्योंकि इससे सतह के नीचे रहने वाले सांपों को नुकसान हो सकता है।
-इस दौरान पेड़ों को काटने से बचें, क्योंकि पेड़ों पर अक्सर सांपों का वास होता है और उनके आवास को बाधित करने से नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
-इस दिन दूध चढ़ाने की प्रथा है लेकिन इसकी बर्बादी से बचे। इससे नाग देवता व भगवान भोलेनाथ नाराज होते हैं।
-नाग पंचमी पर नुकीली और धारदार वस्तुओं का इस्तेमाल करना वर्जित माना जाता है, खासकर जिन लोगों ने व्रत रखा हो वो इसका इस्तेमाल ना करें।
-शास्त्रों में कहा गया है कि नाग पंचमी के दिन तवे या लोहे की कड़ाही में खाना बनाने से सर्पों को कष्ट होता है।