

चंडीगढ़ (TES): जिले में पी.सी.एस. अधिकारियों की हड़ताल को लेकर मान सरकार सख्ती बरत रही है। सी.एम. ने अधिकारियों को काम पर वापस लौटने के लिए आदेश जारी कर दिए है। इसपर सी.एम. मान का कहना है कि अगर पी.सी.एस. के अधिकारी 2 बजे तक हड़ताल खत्म करके काम पर नहीं लौटे तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा उन्होंने इन अधिकारियों को सस्पेंड करने का भी मन बना लिया है। ऐसे में सरकार का कहना है कि सभी अधिकराी 2 बजे तक अपनी हड़ताल खत्म करके ड्यूटी पर वापस लौट जाएं। जारी किए आदेशों में सरकार ने कहा है कि अगर ये अधिकारी अपनी ड्यूटी ज्वाइन नहीं करेंगे तो इनका पिछला तजुर्बा भी जीरो कर दिया जाएगा।
ऐसे में इनके ड्यूटी ज्वाइन करने पर नौकरी पर इन अधिकारियों का दोबारा से पहला दिन ही माना जाएगा। सी.एम. ने आगे कहा कि भ्रष्टाचार के लिए उनकी नीति जीरो टोलरेंस ही रहेगी। हालांकि अगर किसी अधिकारी की कोई मांग है तो वे मीटिंग कर सकते हैं। सी.एम का कहना है कि भ्रष्टाचार होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही सरकार ने होने वाली इस हड़ताल को असंवैधानिक माना है।
सी.एम. का कहना है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ ये होने वाली हड़ताल सिर्फ सरकार को ब्लेकमेल करने की कोशिश करने के बराबर है, जिसके कारण उन्होंने सख्त निर्देश जारी किए हैं। साथ ही भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार के एक्शन का विरोध हो रहा है। आगे बात करते हुए सी.एम. ने कहा कि अगर किसी भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई होगी तो उसकी जांच में वह ईमानदार पाया गया तो उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई नहीं होगी।
बता दें, पी.सी.एस.अधिकारी नरिंदर धालीवाल के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगने पर उनपर कार्रवाई हो रही है। उन्हें कल यानी 10 जनवरी को कोर्ट में पेश करके हिरासत में ले लिया गया है। इसी कार्रवाई के खिलाफ ही पी.सी.एस. अधिकारियों ने 1 सप्ताह तक हड़ताल में बैठने का फैसला किया है। अधिकारियों की हड़ताल के कारण आम जनता को परेशानी हो रही है। इन सबको देखते हुए मान सरकार ने अब सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है।