अमेरिका (Exclusive):अमेरिका में बढ़ती आबादी को देखते हुए सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। दरअसल, ब्रिटेन सरकार ने देश में आप्रवासन संख्या को कम करने के लिए वीजा के नए व सख्त नियम पेश किए। नए नियमों में कुशल वीजा प्राप्त करने के लिए चाहवान के लिए बहुत अधिक वेतन सीमा और परिवार के सदस्यों को अपने आश्रितों के रूप में लाने पर रोक शामिल है।
बढ़ती आबादी का हवाला देते हुए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा, “वीजा के लिए कट्टरपंथी नियम प्रवासन को कम करने में मदद करेंगे। आव्रजन बहुत अधिक है। आज हम इसे नीचे लाने के लिए मौलिक कार्रवाई कर रहे हैं। ये कदम यह सुनिश्चित करेंगे कि आप्रवासन से ब्रिटेन को हमेशा लाभ होगा।”
एक अन्य पोस्ट में उन्होंने कहा, “हमने नेट माइग्रेशन में अब तक की सबसे बड़ी कटौती की घोषणा की है। इतिहास में पहले किसी प्रधानमंत्री ने ऐसा नहीं किया. लेकिन शुद्ध प्रवासन का स्तर बहुत ऊंचा है और इसे बदलना होगा। मैं इसे करने के लिए कृतसंकल्प हूं।”
क्या हैं वीजा के लिए नए नियम?
ब्रिटेन के गृह सचिव जेम्स क्लेवरली ने हाउस ऑफ कॉमन्स में घोषणा करते हुए कहा कि भारतीयों को भी प्रभावित करने वाली कड़ी आप्रवासन कार्रवाई के हिस्से के रूप में स्वास्थ्य और देखभाल वीजा पर डॉक्टरों को अब परिवार के सदस्यों को लाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
इसके अलावा अन्य कुशल श्रमिक वीज़ा मार्गों के लिए, वेतन सीमा GBP 26,200 से GBP 38,700 तक बढ़ जाएगी। यह सीमा पारिवारिक वीजा श्रेणी पर भी लागू होगी, जो वर्तमान में GBP 18,600 पर निर्धारित है। उन्होंने कहा कि इन नियमों से भविष्य में लगभग 300,000 कम लोग यूके आएंगे।
भारतीय पर होगा असर
ब्रिटेन के इस फैसले का असर सबसे ज्यादा भारतीयों पर पड़ेगा क्योंकि पिछले तीन साल में यूके जाने वाले भारतीय छात्रों में करीब 272 फीसद की बढ़ोतरी हुई है जबकि चीन 11.2 फीसद के साथ दूसरे नंबर पर है। बता दें कि ये नये नियम 2024 के पहले हॉफ से लागू हो जाएंगे।