

जालंधर (TES): हमारे देश की बेटियां हर काम में आगे हैं। वहीं कई बेटियां तो वीरता पुरस्कार से भी नवाजी गई है। ऐसे में ही एक जालंधर के रहने वाली कुसुम के बहादुरी की चर्चा चारो ओर हो रही है। बताया जा रहा है कि लुटेरों ने कुसुम पर हमला बोलकर उसकी कलाई काट दी और उसका मोबाइल छीनने की कोशिश की।
ऐसे में बिना डरे कुसुम मोबाइल लुटेरों के पीछे भागी और उन्हें पुुलिस को पकड़वाया। बता दें, कुसुम सिर्फ 17 साल की है, जिसने ये बहादुरी भरा काम करके दिखाया। बता दें, सरकार हर साल देशवासियों में जाबाज लोग ढूंढ़कर उन्हें वीरता पुरस्कार देती है। मगर कोरोना के कारण पिछले 2 साल ये आयोजन नहीं हो पाया।
ऐसे में अब सरकार 2022 तक बीते 3 साल तक के वीरता पुरस्कारों से सभी को सम्मानित करेगी। कुसुम को भारतीय बाल कल्याण परिषद (ICCW) ने कुसुम को इस अवार्ड के लिए चुना गया था।
इस समय हुई वारदात
बता दें, ये वारदात तब हुई जब जालंधर के फतेहपुरी मोहल्ला नींबू वाली गली में रहने वाली कुसुम ट्यूशन से घर वापस आ रही थी। उस समय दो बाइक सवार लुटेरों ने उसका मोबाइल छीनने की कोशिश की। ये मोबाइल उसके भाई ने उसे कोरोना दौरान ऑनलाइन पढ़ाई करने के लिए दिया था।
मगर ताइक्वांडो की खिलाड़ी और NCC कैडेट कुसुम ने बिना डरे लुटेरों का सामना किया। लुटेरों ने पहले उसपर हथियार से वार किया, जिससे कुसुम की कलाई पर कट लग गया। मगर कुसुम ने हार न मानते हुए लुटेरों का सामना करते हुए उन्हें काबू किया।
पंजाब सरकार कर चुकी सम्मानित
कुसुम के पिता साधुराम टांडा रोड पर पल्लेदारी का काम करने वाले है। कुसुम के परिवरा में उसके मां-बाप और 2 बहनें और 1 भाई है। उसका भाई ड्राइवरी का काम करता है। उसी ने पढ़ाई के लिए कुसुम को मोबाइल दिलाया था। ऐसे में कुसुम की इस बहादुरी को सलाम करने के लिए पंजाब सरकार उसे पहले से ही सम्मानित कर चुकी है। उस समय के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा कुसुम को 1 लाख का इनाम के तौर पर दिए थे।
बता दें, 1 लाख का ये चैक तत्कालीन डीसी जालंधर घनश्याम थोरी ने कुसुम के हाथ दिया था। इसके साथ ही तत्कालीन पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर ने भी उसे 50 हजार का नगद इनाम और नया मोबाइल उसकी बहादुरी को देखते हुए दिया था।
लुटेरे ने कुसुम के लिए कहीं थी ये बात
कुसुम ने अविनाश कुमार उर्फ आशु नाम के लुटेरे को पकड़ा था, जो एक पेशेवर अपराधी है। उसपर पहले से ही लूट-छीनाझपटी के कई केस चल रहे थे। कुसुम की बहादुरी को देखते हुए लुटेरे ने भी कहा था, मैंने पहले कभी ऐसी दलेर लड़की नहीं देखी है। जहां लोग हथियार देख भागने की कोशिश करते हैं वहीं कुसुम ने कट जाने के बावजूद भी मुझसे अपना मोबाइल वापस लेकर दिखाया।
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