हिंदू धर्म में तुलसी या वृंदा को बहुत ही पवित्र पौधा माना जाता है। विभिन्न हिंदू वेदों और ग्रंथों में तुलसी को वैष्णवी (“विष्णु से संबंधित”), विष्णु वल्लभ (“विष्णु की प्रिय”), हरिप्रिया (“विष्णु की प्रिय”) भी कहा जाता है। इसे देवी लक्ष्मी का अवतार माना जाता है। हिंदू धर्म के अनुसार, तुलसी को स्वर्ग और पृथ्वी के बीच एक सीमा बिंदु माना जाता है।वहीं, ऐसा भी कहा जाता है कि सभी हिंदू तीर्थस्थल और गंगा इसकी जड़ों में निवास करती हैं। सभी देवता इसके तने और पत्तियों में हैं और सबसे पवित्र हिंदू ग्रंथ, पवित्र तुलसी की शाखाओं के ऊपरी भाग में वेद पाए जाते हैं।
ऐसी मान्यता है कि जिस घर में तुलसी का पौधा होता है वहां सदैव माता लक्ष्मी वास करती है। साथ ही तुलसी का पौधा घर में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा लाता है। मगर, घर में तुलसी रखने वालों को इससे जुड़े नियम भी पता होना चाहिए।
घर में कहां रखें तुलसी का पौधा?
तुलसी सबसे पवित्र पौधा है जो हर घर में अवश्य होना चाहिए। वास्तु के अनुसार, आप तुलसी को उत्तर, उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में लगा सकते हैं।
घर में कैसे करें तुलसी की पूजा?
माना जाता है कि जो व्यक्ति प्रतिदिन तुलसी को जल देता है उसे मोक्ष और विष्णु की दिव्य कृपा प्राप्त होती है। तुलसी पौधे की देखभाल घर की महिलाओं की जिम्मेदारी होती है। मंगलवार और शुक्रवार को तुलसी पूजा के लिए विशेष रूप से पवित्र माना जाता है। वहीं, रोजाना सुबह तुलसी को जल चढ़ाना चाहिए लेकिन रविवार के दिन इसमें जल ना चढ़ाए। इसके अलावा शाम के समय तुलसी के पास दीपक जरूर जलाएं।
तुलसी को कब जल नहीं देना चाहिए?
प्रत्येक रविवार, एकादशी तिथि, सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण पर तुलसी को जल नहीं चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा सूर्यास्त के बाद तुलसी के पत्ते भी नहीं तोड़ने चाहिए। रविवार को छोड़कर हर दिन तुसली को जल अर्पित करें।
तुलसी का पौधा सूख जाए तो क्या करें?
तुलसी का पौधा सूख जाए तो इसे बहती नदी या नहर में प्रवाहित कर दें क्योंकि सूखी तुलसी घर में रखना अशुभ माना जाता है।