जालंधर (TE): आज के समय में लोग बच्चों के लिए अलग से स्टडी रूम बनाने पसंद करते हैं। ताकि बच्चे आराम व शांति से पढ़ सके। वहीं वास्तु अनुसार, इसे बनाने से पहले कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। इससे बच्चों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। मन पढ़ाई में लगने के साथ बुद्धि का विकास होता है। चलिए जानते हैं स्टडी रूम से जुड़े कुछ खास वास्तु उपाय…
इस दिशा में बनवए स्टडी रूम
वास्तु अनुसार, घर के पश्चिम या दक्षिण दिशा में स्टीड रूम बनवाना बेस्ट होता है।
ऐसा हो रंग
वहीं इस कमरे में हल्का हरा या इससे मिलता-जुलता रंग करवाना चाहिए। ज्योतिषशास्त्र अनुसार, बुध का रंग हरा होता है। वहीं बुध शिक्षा का कारक ग्रह माना गया है। ऐसे में इस रंग को करवाना बेस्ट रहेगा।
इस जगह रखे टेबल
स्टडी रूम का टेबल हमेशा कमरे के बीच की दीवार से थोड़ा हटकर रखें। इसके साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि टेबल पर पर्याप्त लाइट आती है। वहीं ये रोशनी बच्चे को आगे से नहीं बल्कि पीछे से पड़नी चाहिए।
इस दिशा की ओर हो बच्चे का मुंह
पढ़ाई करते दौरान बच्चे का मुंह पूर्व या उत्तर दिशा में होना चाहिए। इससे उनका पढ़ाई में मन लगता है।
स्टडी रूम में लगाएं ये तस्वीरें
मां सरस्वती और भगवान गणेश को बुद्धि देने वाला माना जाता है। ऐसे में बच्चे के स्टडी रूम में इसकी तस्वीर, मूर्ति लगाना शुभ माना जाता है। वहीं हिंसक तस्वीरें लगाने से बचना चाहिए।
इस दिशा में रखें किताबें
स्टडी में किताबें भी इसी दिशा में रखनी जरूरी है। वर्ना कमरे में नकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सकता है। ऐसे में बच्चे की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ सकता है। इसके लिए किताबों को हमेश दक्षिण-पश्चिम, दक्षिण या पश्चिम दीवार के साथ अलमारी में रखें। किताबों को पूर्व, पूर्व-उत्तर या उत्तर दिशा में रखने से बचें।
स्टडी टेबल पर रखें ये चीजें
आप बच्चे के स्टडी टेबल पर क्रिस्टल या एज्युकेशन टॉवर रख सकते हैं। फेंगशुई के अनुसार, इससे एकाग्रता शक्ति बढ़ने के साथ जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। आप पिरामिड भी स्टडी टेबल पर रख सकते हैं। वास्तु अनुसार, पिरामिड की दीवारों से सकारात्मक ऊर्जा टकराकर बच्चे के सिर पर पड़ती है। ऐसे में उनकी बुद्धि का विकास होता है।