

जालंधर (Exclusive): पंजाब में कोरोनावायरस के हालातों की अगर बात करें तो थोड़ी सी चिंता बढ़ गई है। इसके पीछे का कारण स्कूल खुलने के बाद पॉजिटिव मामलों में मामूली बढ़ोतरी के साथ साथ दिल्ली रिकवरी रेट को कहा जा सकता है। हालांकि पंजाब में पॉजिटिव मामलों की रफ्तार बेहद धीमी है लेकिन उससे भी अधिक धीमी रिकवरी रेट बनती जा रही है।
लेकिन बीते दिन इसमें थोड़ा सा सुधार नजर आया है। अगर पिछले 24 घंटे की बात करें तो कोरोना के 28 नए संक्रमित के मुकाबले 92 मरीजों को रिकवर किया गया है। राज्य की रिकवरी रेट अब 97.5% पहुंच गई है। अगर कोरोना के कारण मौतों की बात करें तो पूरे पंजाब में 16365 लोग अब तक अपनी जान गंवा चुके हैं। हालांकि इसमें एक और अच्छी बात यह है कि पूरे राज्य में 500 से भी कम एक्टिव केस रह गए हैं।
लेकिन फिर भी स्कूलों में पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद पंजाब सरकार की तरफ से अध्यापकों में अलर्ट जारी किया गया है। प्रशासन ने साफ कहा है कि कोरोनावायरस के बाद ही अध्यापकों की स्कूलों में एंट्री हो सकेगी। आज तीसरी लहर को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अहम बैठक बुला रहे हैं जिसमें ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि थोड़ी सख्ती फिर से की जा सकती है।