पंजाब (TE): खालिस्तानी समर्थक करीब 36 दिनों के बाद पुलिस की गिरफ्त में आ गया है। वे इस समय असम की जेल में सजा काट रहा है। मगर इससे जुड़ी एक बड़ी खबर वैंकूवर से आ रही है। बताया जा रहा है कि खालिस्तानी गुटों ने अपनी हिंसक परंपरा को आगे बढ़ाते हुए रविवार यानी 30 अप्रैल को अमृतपाल सिंह और उसके साथियों की रिहाई होने के लिए वैंकूवर स्थित भारतीय कौंसलेट के सामने जमकर नारेबाजी की।
खालिस्तान एजेंडे पर दिया जोर
मिली जानकारी के अनुसार, काउंसिल ऑफ सिख फॉर जस्टिस और 8 गुरुद्वारा साहिब के नेतृत्व में हुई इस नारेबाजी में प्रदर्शनकारियों ने अमृतपाल और उसके साथियों की रिहाई की मांग की। इसके साथ ही उन्होंने खालिस्तानी झंडे लहराते हुए खालिस्तान एजेंडे पर खासतौर पर जोर दिया।
अधिकारियों को नहीं दिया कोई मांग पत्र
इन खालिस्तानी समर्थकों ने इतिहास को दोहराते हुए अपनी मांग के लिए अधिकारियों को कोई मांग पत्र नहीं दिया था। बता दें, इस तरह की नारेबाजी के साथ ये गुट कुछ समय से अपनी कोई भी प्राप्ति सिख पंथ के सामने नहीं रख सके। मगर इनके ऐसा करने से तिहाड़ व डिब्रूगढ़ जेलों से भी ऐसी ही आवाजें आने लगी हैं। सिख पंथ जानना चाहता है कि अब ऐसी ही आवाजें कहां-कहां से आ सकती है? वर्ना इसके कारण देश का माहौल खराब भी हो सकता है।