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जालंधर (Excluisve): जालंधर शहर में चल रहे CT Scanning Centers व MRI स्कैन सैंटरों के लिए बड़ी खबर सामने आई है।
खबर के मुताबिक CT Scanning Centers व MRI स्कैन सैंटरों में काम करने वाले स्टाफ की योग्यता के बारे पूरा ब्यौरा विभाग को दिया जाना जरूरी होगा। इस पूरे मामले में रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर सिविल सर्जन आफिस भेजनी जरूरी बताई गई है।
आर.टी.आई. एक्टीविस्ट संजय सहगल की शिकायत के बाद विभाग हरकत में आया है। सहगल द्वारा भेजी गई शिकायत में लिखा गया है कि सी.टी. स्कैन व एम.आर.आई. सैंटरों में काम करने वाले कर्मियों की योग्यता बारे जानकारी सरकार के पास नहीं है जिससे पेशेंटस के साथ किसी भी समय कोई लापरवाही बरती जा सकती है।
शिकायत में लिखा गया है कि जालंधर में चल रहे कई सारे डायग्नोस्टिक सैंटरों में अनट्रेंड व अयोग्य स्टाफ टैक्नीशियनों की भर्ती की गई है, इतना ही नहीं कुछ फेक डिप्लोमा होल्डर भी इन सैंटरों में काम कर रहे हैं।
दरअसल जालंधर शहर में चल रहे कुछ डायग्नोस्टिक स्कैनिंग सेंटरों के खिलाफ फर्जी डिप्लोमा वाले अयोग्य स्टाफ टेक्नीशियन एक्स रे मशीनों को संभाल रहे हैं, जोकि लोगों के जीवन के साथ सीधे-सीधे खिलवाड़ है।
उन्होंने कहा कि सरकार को यह सर्वे पूरे पंजाब में कराना चाहिए। पंजाब सरकार कमेटी को आदेश जारी करे कि 15 दिनों के भीतर एक रिपोर्ट जमा हो जिसमें ऐसे सभी अस्पतालों, डायग्नोस्टिक स्कैनिंग सैंटरों को चेतावनी व नोटिस जारी किए जाएं।
अगर कोई स्टाफ कर्मी बिना योग्यता के पाया जाता है तो उन सैंटरों के खिलाफ कड़ा एकशन लिया जाए व उनका लाइसेंस निलंबित कर दिया जाएगा