नई दिल्ली (Exclusive): चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के कुछ दिनों बाद इसरो ने भारतीयों को खुशी और गर्व का एक और पल दिया। इसरो ने चंद्रमा पर आदित्य-एल1 मिशन का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया।
सूर्य मिशन आदित्य एल-1 शनिवार को श्रीहरिकोटा स्थित सैटेलाइट लॉन्चिंग स्टेशन से लॉन्च किया गया। बता दें कि अंतरिक्ष मिशन का नाम सूर्य के लिए हिंदी शब्द आदित्य-1 अंतरिक्ष यान के नाम पर रखा गया है। अब से यह धीरे-धीरे पृथ्वी से दूर चला जाएगा और सूर्य के निकट L1 बिंदु के आसपास हेलो कक्षा में स्थापित हो जाएगा।
अगले चार महीने तक यह मिशन 1.5 मिलियन की यात्रा तय करेगा। फिर अंतरिक्ष में सफर करने के बाद आदित्य एल1 सूरज के निकट अपने निर्धारित स्थान लैग्रेंज प्वाइंट-1 पर पहुंचेगा। इसकी यात्रा अंतरिक्ष में एक प्रकार के पार्किंग स्थल पर समाप्त करने की योजना है, जिसे लैग्रेंज पॉइंट कहा जाता है।
इस बिंदु पर, सूर्य और पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण बल एक दूसरे को रद्द कर देता है। तटस्थ गुरुत्वाकर्षण खिंचाव आदित्य एल1 को अपने स्थान पर बने रहने देगा। इससे उसे ईंधन की खपत कम करने में भी मदद मिलेगी।