

पंजाब (TES): खालिस्तानी अमृतपाल सिंह को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि वह महाराष्ट्र के ड्रग तस्करों की शरण में है। मिली जानकारी के अनुसार, उसके रिश्ते और नैटवर्क से खुफिया सूत्रों को कुछ लिंक मिले हैं। उनका कहना है कि अमृतपाल ISI के जरिए महाराष्ट्र तक सुरक्षित पहुंच पाया है। वहां बैठकर वह खुद को पाकिस्तान के इशारे पर देश में नशे का धंधा करने वालों के बीच सुरक्षित महसूस कर रहा है।
ISI के हैंडलर और गुर्गों ने की मदद
कहा जा रहा है कि इस खालिस्तानी को महाराष्ट्र के ड्रग तस्करों के पास सुरक्षित पहुंचाने के लिए ISI के हैंडलर हरविंद्र सिंह रिंदा और उनके गुर्गों ने की मदद की है। बता दें, देश की खुफिया एजेंसियों ने महाराष्ट्र के नांदेड़ से मुबंई तक अपना नैटवर्क फैलाया हुआ है।
ISI के हैंडलर से अमृतपाल का संबंध
पंजाब से अमृतपाल के सुरक्षित भागने पर खुफिया एजैंसी का कहना है कि ISI रिंदा और उसके बीच कोई खास संबंध है। आतंकी रिंदा का नेटवर्क पंजाब से महराष्ट्र तक फैला हुआ है। दरअसल, महाराष्ट्र के बड़े तस्करों से मिलकर रिंदा अपने गलत कारोबार को तेजी से बढ़ा रहा है। ऐसे में हम कह सकते हैं कि ये देश का माहौल खराब करने की ताक में है। उसने इस नैटवर्क का फायदा लेते हुए वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल के साथ मजबूत संबंध कायम किए।
खुफिया नैटवर्क पूरी तरह से अलर्ट
मिली जानकारी के अनुसार, खुफिया एजेंसिया पूरी तरह से अलर्ट है। वे लगातार महाराष्ट्र में रिंदा के पूरे नैटवर्क की जांच में जुटी है। खबरों की माने तो आतंकी रिंदा तरनतारन का रहने वाला है और उसका पूरा परिवार इस समय नांदेड़ में है। मगर अब खूफिया एजेंसियों की सारा ध्यान पाकिस्तान में बैठे रिंदा और उसके महाराष्ट्र नैटवर्क की ओर है। इस मामले में जुटे अधिकारियों का कहना है कि अमृतपाल को ढूंढने के लिए उन सभी जगहों पर सर्च ऑप्रेशन चलाया जा रहा है, जहां उसके होने की संभावना है।
आतंकी रिंदा के परिवार पर भी कड़ी नजर
वहीं महाराष्ट्र में नशे के व्यापार से जुड़े लोगों और नांदेड़ साहब में आतंकी रिंदा के परिवार व संबंध रिश्तेदारों पर भी खुफिया एजेंसिया नजर रख रही है।