

चंडीगढ़ (EXClUSIVE): किसानों के विरोध के कारण दिल्ली की सभी सीमाएं सील कर दी गई हैं। सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
किसानों को रोकने के लिए बॉर्डर को कंटीले तारों और कंक्रीट के बैरिकेड्स से सील कर दिया गया है। हरियाणा के 7 जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, किसान पंजाब से दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। बड़ी संख्या में ट्रैक्टर और ट्रॉली लेकर किसान दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं।
इन किसानों को हरियाणा में ही रोकने की तैयारी की जा रही है। दिल्ली की सभी सीमाओं पर धारा 144 लागू कर दी गई है। किसानों को रोकने के लिए इन सीमाओं पर कंक्रीट के अवरोधक, सड़क पर कंटीले तार लगाकर उन्हें किले में तब्दील कर दिया गया है।
इसके अलावा चंडीगढ़ में दो महीने के लिए निषेधाज्ञा जारी कर दी गई है। हरियाणा के अंबाला, सिरसा, रोहतक, सोनीपत, झज्जर, जिंद, कुरूक्षेत्र, कैथल, हिसार, फतेहाबाद, भिवानी और पंचकुला में धारा 144 लागू कर दी गई है. पुलिस किसान नेताओं पर कड़ी नजर रख रही है।
गौरतलब है कि किसानों के आंदोलन को देखते हुए हरियाणा में दो स्टेडियमों को अस्थायी जेल में तब्दील कर दिया गया है। अंबाला के पास शंभू बॉर्डर पर पंजाब बॉर्डर सील कर दिया गया है। जींद और फतेहाबाद में पुलिस और प्रशासन हाई अलर्ट पर है। सिरसा में चौधरी दलबीर सिंह इंडोर स्टेडियम और डबवाली में गुरु गोबिंद सिंह स्टेडियम को अस्थायी जेल में तब्दील कर दिया गया है। अगर उपद्रव के दौरान किसी की गिरफ्तारी होती है तो उसे इन जेलों में ट्रांसफर कर दिया जाएगा।
कई जिलों में इंटरनेट बंद
किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए हरियाणा में सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखी जा रही है। फतेहाबाद, सिरसा, अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार और डबवाली में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। झूठी अफवाह फैलाने वालों को भी चेतावनी दी गई है।
बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा सहित उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के अधिकांश किसान संघ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी के लिए कानून बनाने की मांग कर रहे हैं। केंद्र सरकार ने किसान यूनियनों को उनकी मांगों पर विचार करने के लिए 12 फरवरी को एक और बैठक के लिए आमंत्रित किया है।