

इनोसेंट हार्ट्स कॉलेज ऑफ एजुकेशन, जालंधर ने दैनिक जीवन में ऊर्जा का कुशलता से उपयोग करने के बारे में जन जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से ‘आजादी का अमृत महोत्सव: ऊर्जा कुशल भारत और एक स्वच्छ ग्रह’ विषय पर राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस मनाया।
सोलर पावर्ड स्टेडियम, टेक्नो वाइब्स, फ्लाईव्हील, विंडमिल आदि जैसे वर्किंग मॉडलों की मदद से विद्यार्थी-अध्यापकों ने हमारे पर्यावरण और स्वास्थ्य पर जागरूक ऊर्जा संरक्षण के प्रभाव का प्रदर्शन किया।
विशाली अरोड़ा ने ऊर्जा संरक्षण के महत्व को स्पष्ट करते हुए निर्दिष्ट किया कि ऊर्जा के सबसे व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले स्रोतों को बनने में हज़ारों वर्ष लगते हैं। साक्षी ठाकुर ने वैज्ञानिक सिमुलेशन के वीडियो का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने उदाहरण दिया कि सौर ऊर्जा एक महत्वपूर्ण नवीकरणीय संसाधन है, जिसका उपयोग पूरी दुनिया में बिजली उत्पादन और हमारी यांत्रिक जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाता है।
प्राचार्य डॉ. अरजिंदर सिंह ने विद्यार्थी-अध्यापकों को इन ऊर्जा संरक्षण रणनीतियों को लागू करने की सलाह दी, क्योंकि इससे उनके जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और आने वाली पीढ़ियों पर भी असर पड़ेगा। विद्यार्थी-अध्यापकों और फैकल्टी मेंबर्स ने भी अपने घरों और कार्यस्थल पर किसी भी प्रकार की ऊर्जा बर्बाद नहीं करने का संकल्प लिया।