

भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। देश में 300 से अधिक लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं जबकि कुछ राज्यों में तो लॉकडाउन की स्थिति दिख रखती हैं। कोरोना के नए वेरिएंट जेएन1 के बाद कोरोना मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिसके चलते वैज्ञानिक सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं।
कोरोना का नया स्ट्रेन 8 दिसंबर को केरल के तिरुवनंतपुरम जिले के काराकुलम में पाया गया था। जेएन.1 का पता पहली बार सितंबर में संयुक्त राज्य अमेरिका में लगाया गया था, चीन में 15 दिसंबर को 7 मामले पाए गए जिससे इसके प्रसार को लेकर चिंता पैदा हो गई है। वैज्ञानिक की मानें तो यह वायरस किसी संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने पर निकलने वाली सांस की बूंदों से फैलता है। जिन पर ये बूंदें गिरती हैं और फिर लोग अपनी आंखों, नाक और मुंह को छूते हैं, जिससे वो इस संक्रमण की चपेट में आ जाते हैं।
कोरोना वायरस के लक्षण
– बुखार
– नाक बहना
– गले में खराश या खांसी
– सिरदर्द
– सांस लेने में तकलीफ
– कुछ मामलों में, हल्के गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण भी दिखाई देते हैं।
कैसे रखें बचाव?
– बार-बार हाथ साफ करना
– भीड़-भाड़ वाली जगह पर ट्रिप्ली मास्क का उपयोग करें
– सामाजिक दूरी बनाए रखें।
– खांसते और छींकते समय रुमाल या टिशू पेपर का इस्तेमाल करें और फिर इसे बंद कूड़ेदान में ही फेंकें।
– इसके अलावा एक्सपर्ट बूस्टर शॉट लेने की भी सलाह दे रहे हैं।
– अपनी आंखों, नाक और मुंह को न छुएं।
– सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें।
अगर कोरोना से मिलते-जुलते लक्षण दिखाई दे तो तुरंत चेकअप करवाएं, स्वयं दवा न लें। बता दें कि फिलहाल इसका कोई सबूत नहीं मिला है कि यह वेरिएंट किसी भी अन्य प्रकार की तुलना में अधिक गंभीर है इसलिए घबराने की नहीं बल्कि सतर्क रहने की आवश्यकता है।