

नई दिल्ली (TES): आज के समय में साइबर क्राइम की घटनाएं भी काफी सुनने को मिल रही है। ये साइबर क्रिमिनल्स अलग-अलग जरिए से ग्राहक को अपने जाल में फंसा लेते हैं। इसके कारण वे लोगों के बैंक अकाउंट को पूरी तरह से खाली कर देते हैं। इससे बचने के लिए सरकार बेहद प्रयत्न कर रही है।
ऐसे में यूनियन कंज्यूमर अफेयर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल ने साइबर फ्रॉड से बचने के लिए अपने ट्विटर पर एक कैंपन की शुरूआत की है। उपभोक्ता मामलों के मंत्री ने इसपर एक वीडियो जारी की है। इस वीडियो में उन्होंने साइबर ठगी से बचने के कुछ खास तरीके बताएं हैं। ऐसे में आप भी इसे अपनाकर ठगी से बच सकते हैं।
जागो ग्राहक, जागो मुहिम की की गई शुरूआत
साइबरर ठगी से बचने के लिए यूनियन कैबिनेट मिनिस्टर ने जागो ग्राहक, जागो मुहिम के तहत कुछ उपाय बताए हैं। उन्होंने वीडियो जारी कर बताया कि किस तरह साइबर क्रिमिनल्स लोगों को अपने जाल में फंसाकर उनका बैंक अकाउंट खाली कर देते हैं।
इसतरह होता है साइबर फ्रॉड
वीडियो में दिखाया गया है कि साइबर क्रिमिनल्स सबसे पहले यूजर्स को एक एसएमएस भेजते हैं। इसमें वे लोन लेने का ऑफर देते हैं। वहीं क्रेडिट फैसिलिटी का लाभ उठाने के लिए वे ग्राहक को एक ऐप डाउनलोड करने को कहते हैं। ऐसे में कुछ लोग लालच में आकर ऐप डाउनलोड कर बैठते हैं। इसतरह उनके साइबर ठगों की जाल में फंसने की शुरूआत हो जाती है।
साइबर ठगी से बचने के उपाय… pic.twitter.com/ts20wcgDhA
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) March 4, 2023
इसतरह खाली होता बैंक अकाउंट
इस ऐप के साथ यूजर्स को अपना बैंक अकाउंट लिंक करने को कहा जाता है। इसतरह यूजर्स के बैंक अकाउंट की सारी डिटेल साइबर ठगों के पास पहुंच जाती है। डिटेल लेने के बाद हैकर्स उसी ऐप में अपनी यूपीआई आईडी (UPI ID) भरते हैं। इसतरह वे यूजर्स के बैंक से सारी रकम अपने यूपीआई में आसानी से ट्रांसफर कर लेते हैं। ग्राहक को इसके बारे में पता चलने से पहले ही उसके अकाउंट से पैसा खाली हो जाता है।
साइबर फ्रॉड से बचने के उपाय
. कभी भी पैसा देने वाले ऑफर्स पर ध्यान न दें।
. किसी भी तरह की ऐप डाउनलोड न करें।
. अपने बैंक अकाउंट से जुड़ी जानकारी अनजात व्यक्ति, ऐप या वेबसाइट से शेयर करने की भूल न करें।
. अगर आपके साथ फ्रॉड हो जाए तो बिना देरी किए 1930 नंबर पर कॉल करके बैंक को सारी सूचना दें।
. फ्रॉड होने के बाद अपना कॉर्ड ब्लॉक करवा देंष
. साइबर क्राइम हेल्पलाइन की ऑफिशियल वेबसाइट cybercrime.gov.in पर शिकायट करें।
. पुलिस के पास जाकर शिकायत करें।
आपके द्वारा तुरंत ये कदम उठाने पर आपका पैसा वापस मिलने की उम्मीद रहती है।