जालंधर (TES): भारत सरकार ने सोशल मीडिया से संबंधित 100 से अधिक चैनलों और अकाउंट्स को बैग कर दिया है। इस बात की जानकारी वीरवार को सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर द्वारा मिली। केंद्रीय मंत्री के मुताबिक इन सभी चैनलों पर गलत सूचना देने का आरोप लगा था। इसके साथ ही 5 टवी चैनलों पर अस्थाई रूप से बैन लगा दिया गया है। जानकारी के लिए बता दें, 2009 से अब तक सरकार करीब 30 हजार वेबसाइट्स, सोशल मीडिया पोस्ट और अकाउंट को ब्लॉक कर चुकी है।
आगे जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रतिबंध लगाए गए चैनलों में 104 यूट्यूब चैनल और 5 टीवी चैनल है। इसके अलावा 45 वीडियो, 4 फेसबुक अकाउंट, 3 इंस्टाग्राम अकाउंट, 5 ट्विटर अकाउंट और 6 वेबसाइट्स को भी ब्लॉक कर दिया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि भविष्य में दोबारा ऐसी जरूरत होने पर सरकार इस तरह के एक्शन लेने से कतराएगी नहीं।
बता दें, यह कार्रवाई सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 69 ए के तहत हो रही है। इनमें से कई चैनलों को भारत की नेशनल सिक्योरिटी और सार्वजनिक व्यवस्था में देश की छवि को नुकसान पहुंचाने के आरोप के मामले में ब्लॉक कर दिया है। साथ ही प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो की फेक्ट चेक यूनिट ने इन चैनलों को गलत खबर फैलाने के लिए भी जिम्मेदार ठहराया था।
ऐसे में सूचना और प्रसारण मंत्री का कहना है कि आईटी मंत्रालय ने 2021 से अक्टूबर 2022 तक 1,643 यूजर जेनरेटेड यूआरएल (URL) को ब्लॉक करने के आदेश दिए थे। इनमें वेबसाइट, वेबपेज, पोस्ट और सोशल मीडिया अकाउंट्स आते हैं।
12 साल में 30 हजार से अधिक वेबसाइट और यूआरएल हुए ब्लॉक
सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने बीते कुछ दिन पहले ही संसद के एक लिखित उत्तर में जानकारी देते हुए बताया कि सरकार ने साल 2009 से अब तक 30,417 वेबसाइटों, यूआरएस, वेबपेज, सोशल मीडिया पोस्ट व मीडिया अकाउंट को ब्लॉक किया है।