

बाथरूम व शौचालय अगर सही दिशा में ना हो तो परेशानियां आ सकती है। वास्तु के अनुसार, बाथरूम और टॉयलेट भी सही दिशा में होना जरूरी है। जानिए शौचालय के लिए कौन सी दिशा सही है और इन्हें बनवाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए…
शौचालय के लिए वास्तु टिप्स
-शौचालय पश्चिम या उत्तर-पश्चिम दिशा में स्थित होना चाहिए। साथ ही शौचालय की सीट इस प्रकार रखनी चाहिए कि बैठने वाले व्यक्ति का मुख उत्तर या दक्षिण दिशा की ओर हो।
-घर की उत्तर-पश्चिम या उत्तर दिशा वह स्थान है जो अपशिष्ट पदार्थों के निष्कासन को दर्शाती है। इसलिए, वास्तु के सिद्धांत के आधार पर, बाथरूम हमेशा आपके घर के उत्तर-पश्चिमी कोने या उत्तर की ओर होना चाहिए।
ऐसे ना बनवाएं बाथरूम व शौचालय
-जगह की कमी के कारण शौचालय व बाथरूम एक साथ बनवा रहे हैं तो बाथरूम और शौचालय उत्तर-पश्चिम दिशा में होना चाहिए।
-ध्यान रखें कि बाथरूम व शौचालय कभी भी पूजा कक्ष, रसोईघर के निकट और सीढ़ियों के नीचे नहीं होना चाहिए।
कहां हो टॉयलेट सीट
टॉयलेट सीट हमेशा ऐसी दिशा में रखनी चाहिए कि इसका उपयोग करने वाले व्यक्ति का मुख घर की उत्तर और दक्षिण दिशा की ओर हो। टॉयलेट सीट की सबसे अच्छी दिशा दक्षिण-पूर्व या उत्तर-पश्चिम दिशा है।